रोहित कश्यप, मुंगेली। आबकारी विभाग सरकार का सबसे बड़ा राजस्वदाता होता है, यह होता है शराब प्रेमियों की बदौलत. इसलिए शासन-प्रशासन का भी फर्ज बनता है कि शराबप्रेमियों की सहूलियत का ध्यान रखे. यह बात हम नहीं बल्कि शराब प्रेमियों का ही कहना है. इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ कैडर के IAS अभिषेक शर्मा का इंटर-स्टेट डेपुटेशन एक साल के लिए बढ़ाया, आदेश जारी …

मुंगेली जिले में शराब प्रेमियों का दर्द छलका है. उनका कहना है कि हमसे राजस्व की प्राप्ति सरकार को तो हो रही है, लेकिन हमारी परेशानियों को नजरअंदाज किया जा रहा है. दरअसल, मुंगेली जिले के जरहागांव में स्थित देशी एवं विदेशी शराब दुकान जाने का रास्ता अत्यंत ही जर्जर है, जिसके चलते शराब प्रेमियों को शराब लेने के लिए आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि बिलासपुर-मुंगेली मुख्य मार्ग से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर जरहागांव का शराब दुकान स्थित है. यह पूरी तरह से कच्ची सड़क है, जिसके कारण कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. हल्की बारिश में ही यह मार्ग जानलेवा बन जाता है. गड्ढों में पानी भरता ही है, कीचड़नुमा रास्ते में राहगीर फिसलकर रोजाना दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं.

आलम ये है कि दोपहिया या चारपहिया वाहन से आना-जाना तो दूर, पैदल चलना भी इस मार्ग से अत्यधिक कठिन साबित हो रहा है. वहीं आबकारी विभाग के जिला अधिकारी प्रकाश पाल का कहना है कि हमारे ग्राहकों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसका ध्यान रखते हुए निर्माण एजेंसी से समन्वय स्थापित कर जल्द रोड को ठीक करवाया जाएगा.