शिवम मिश्रा, भिलाई. ACB ने आज भिलाई में रिश्वतखोरी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो अफसरों को रंगे हाथों पकड़ा है. उप-संचालक (संपरीक्षा) और सहायक संपरीक्षक को सेवानिवृत्त कर्मचारी से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है.

रिश्वत के लिए मांग की गई थी 10 हजार रुपए

जानकारी के अनुसार, प्रार्थी देवव्रत देवांगन, जो नगर पालिक निगम रिसाली, भिलाई में निगम सचिव के पद पर पदस्थ थे. उन्होंने एन्टी करप्शन ब्यूरो (ACB) रायपुर में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके सेवानिवृत्त होने के बाद भी उनका वेतन निर्धारण और सत्यापन लंबित था, जिसके कारण उनकी पेंशन और अन्य देयताएं नहीं मिल रही थीं. इस संबंध में जब उन्होंने राज्य संपरीक्षा कार्यालय, दुर्ग के उप-संचालक दिनेश कुमार और सहायक संपरीक्षक होमन कुमार से संपर्क किया, तो उन्होंने सत्यापन के बदले 10,000 रुपए की रिश्वत की मांग की. इसके बाद प्रार्थी ने रिश्वत देने से इंकार किया और रिश्वत लेते हुए आरोपियों को पकड़वाने की योजना बनाई.

6000 रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए आरोपी

पूर्व निगम सचिव देवव्रत देवांगन के शिकायत के बाद ACB ने आज, 11 सितंबर 2024 को, एक रिश्वत खोर अफसर को एक ट्रैप बनाया, जिसमें उप-संचालक दिनेश कुमार और सहायक संपरीक्षक होमन कुमार को 6,000 रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया. मामले में  अब आरोपियों के खिलाफ धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के तहत कार्यवाही की जा रही है.