शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में बड़े घोटाले का आरोप लगाया है। विपक्ष ने जय अम्बे इमरजेंसी सर्विसेज (जेएईएस) को लेकर सवाल उठाए हैं। आरोप है कि जय अम्बे कंपनी ने करोड़ों रुपए का घोटाला किया है, जिसके उसके पास सबूत भी हैं। 

एक ही सरनेम की गर्भवती महिला को एक दिन में 5 बार दी सुविधा 

मध्यप्रदेश कांग्रेस सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पुनीत टंडन ने कहा कि जय अम्बे इमरजेंसी ने 500 किलोमीटर से अधिक रनिंग के साथ एक ही सरनेम की गर्भवती महिला को एक ही दिन में 5 बार एंबुलेंस सुविधा दी है। यह हो ही नहीं सकता है कि एक ही समाज की 5 गर्भवती महिलाओं को एक ही दिन एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया हो।  

जय अम्बे इमरजेंसी सर्विसेज को लेकर कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने आरोप लगाया है। सूचना के अधिकार के अंतर्गत मिली जानकारी के आधार पर उन्होंने आरोप लगाया। एंबुलेंस सेवाओं के नाम पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हो रहा है। एक ही नाम गर्भवती महिला को एक ही दिन में 5 बार एंबुलेंस की सेवाएं दी गई। 500 किलोमीटर की रनिंग के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है। अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 के बीच 325 करोड़ रुपए का भुगतान एनएचएम ने जेएईएस को किया। किसी भी एंबुलेंस के पास लॉग बुक नहीं है। पूरे मामले की जांच करने की मांग की है।

प्रदेश भर में 1950 एंबुलेंस संचलित कर रही कंपनी 

कांग्रेस की मानें तो किलोमीटर और मरीजों का ये खेल बिल बढ़ाने के लिए किया गया है। एंबुलेंस को प्रति कीलोमीटर के हिसाब से पेमेंट किया जाता है। जय अम्बे इमरजेंसी सर्विसेज ने बिल बढ़ाने के लिए फर्जी तरीके से गर्भवती महिलाओं को आंकड़ा दिया। जेएइएस लगभग 1950 एम्बुलेंस प्रदेश भर में संचालित कर रहा है। प्रतिदिन लगभग 38 एम्बुलेंस हर जिले में औसतन संचालित हो रही है। बिल भगुतान के अनुमान पर जेएइएस द्वारा एम्बुंलेस की रनिंग औसतन 300 किलोमीटर प्रतिदिन का आंकलन सामने आ रहा है। 

एक महीने में 2 करोड़ किलोमीटर तक चल रही एम्बुलेंस 

आरटीआई से प्राप्त जानकारी अनुसार मध्यप्रदेश में एक माह में 1 करोड़ 75 लाख से 2 करोड़ किलोमीटर तक एम्बुलेंस चलाई जा रही है। एनएचएम अनुबंध के अनुसार प्रति किलोमीटर के अनुसार भुगतान की जाने वाली राशि में सभी तरह के खर्चे और संसाधन शामिल है। जिसमें गाडियों का रोड टेक्स, रजिस्ट्रेशन, ड्यूटी टोल टेक्स, दवाईयां, मेडिकल इक्युमेंट सामग्री  भी अनुबंध के अनुसार शामिल है। 

मध्यप्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लिए 2021 में हुआ था कॉन्ट्रेक्ट  

मध्यप्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में जय अम्बे इमरजेंसी सर्विसेज (जेएईएस) का किराये पर एंबुलेंस लगाने का अनुबंध वर्ष 2021 में हुआ। जिसके तहत 14 अप्रेल, 2022 से (जेएईएस) ने सर्विसेज की सुविधाएं चालू की। अनुबंध अनुसार एनएचएम में विभिन्न प्रकार की जो गाडियां (जेएईएस) को संचालन के लिए दी गई, उनमें लगभग 23 एएलएस (एडवांस लाईफ सपोर्ट) गाडियां, लगभग 319 बीएलएस गाडियां, जननी एम्बुलेस 60 टाईप बी के अतिरिक्ति (जेएईएस) ने खरीद कर लगाई है। जिसमें लगभग 144 एएलएस गाडियां, लगभग 516 बीएलएस (बेसिक लाईफ सपोर्ट) गाडियां, लगभग 990 टाईप बी जननी एम्बुलेंस के अतिरिक्त 104 हेल्प लाईन (15 सीटर) भी (जेएईएस) की मध्यप्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन गाडियां संचालित हो रही है।

गड़बड़ी पाई गई तो होगी कार्रवाई  

कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता शिवम शुक्ला ने कहा कि अगर कहीं पर भी गड़बड़ी पाई जाएगी, तो ये बीजेपी की सरकार है, तुरंत कार्रवाई की जाएगी। हम आम जनता को स्वास्थ्य सुविधा बेहतर देने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। आगे भी देते रहेंगे। इस तरीके की गड़बड़ियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

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