रायपुर. नए साल का जश्न शुरू हो गया है. वर्ष 2018 जाने और उम्मीदों से भरे वर्ष 2019 के आने का सबसे पहले भारत से 7 घंटे पहले ही न्यूजीलैंड के आकलैंड में आगमन हो गया. ऑकलैंड में नए साल का जश्न सुप्रसिद्ध स्काई टॉवर में नियोन लाइट की रोशनी के साथ जोरदार आतिशबाजी के साथ मनाया गया. हमारे भारत में ऐसा नजारा तो देखने को नहीं मिलेगा, लेकिन यकीन मानिए उत्साह किसी भी लिहाज से कम नहीं है. वर्ष 2019 अनेक मायनों में देश के लिए ऐतिहासिक होगा. आइए जानते हैं क्यों…

17वीं लोकसभा का चुनाव

वर्ष 2019 में सबसे महत्वपूर्ण 17वीं लोकसभा का चुनाव होना है. अप्रैल-मई के महीेेने में होने वाले चुनाव के अगले पांच साल के लिए सरकार सत्ता में आएगी. इस बार चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि एक तरफ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा अपने सहयोगितों के साथ खड़ी होगी तो दूसरी तरफ राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस अपने सहयोगी दलों के साथ. दोनों गठबंधन के बीच संघर्ष भले परिणाम में कुछ आए, लेकिन चुनाव से पहले जोरदार प्रचार-प्रसार के साथ आरोप-प्रत्यारोप लगाए जाएंगे. इससे महीनों तक देश का माहौल गर्म रहेगा.

राम मंदिर को लेकर आएगा फैसला

हम लोकसभा चुनाव की बात कह रहे थे, लेकिन चुनाव के साथ एक और मुद्दा जुड़ा रहेगा, वह है राम मंदिर का. सालों से फैसले के इंतजार के बीच सुप्रीम कोर्ट में जनवरी में सुनवाई शुरू होगी. सुनवाई को लेकर तरह-तरह की आशंकाएं हैं, जैसे क्या नियमित सुनवाई होगी, या फिर एक सुनवाई के बाद लंबे समय तक अगली सुनवाई को टाल दिया जाएगा. खैर, सुनवाई जैसे भी हो आशंका इस बात की ज्यादा है कि फैसला लोकसभा चुनाव से पहले नहीं आया तो यह बहुत बड़ा चुनावी मुद्दा बन जाएगा, और फैसला आ भी गया तो भी लोकसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा होगा.

सात राज्यों में होगा चुनाव

भारत में चुनाव एक ऐसा मौसम है, जो कभी खत्म नहीं होता. लोकसभा चुनाव के अलावा सात राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होंगे. इनमें महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, ओडिसा, सिक्किम, हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश के अलावा जम्मू-कश्मीर में चुनाव होंगे. इसमें लोकसभा चुनाव के साथ आंध्रप्रदेश, ओडिसा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव होंगे, वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र और हरियाणा में वर्ष 2019 के अंत में चुनाव होने हैं,लेकिन सरकारों ने पहले ही विधानसभा भंग करने का निर्णय लिया तो यहां भी लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव हो सकते हैं.

विश्व कप क्रिकेट 2019

आइए अब राजनीति के बाद अब हम बार करते हैं भारते के लोगों के दूसरे सबसे बड़े शौक की तो वह है क्रिकेट, और वर्ष 2019 में इंग्लैंड में विश्व कप का आयोजन किया जाएगा. 30 मई से शुरू होकर 14 जुलाई तक चलने वाले इस महासंग्राम में विराट कोहली के नेतृत्व में भारत जीत की प्रबल दावेदार होगी. भारत का पहला मुकाबला 5 जून को दक्षिण अफ्रीका के साथ होगा. 9 जून को आस्ट्रेलिया और 13 जून को न्यूजीलैंड के साथ मुकाबला होगा. पाकिस्तान के साथ 16 जून को मुकाबला होगा. 22 जून को अफगानिस्तान, 27 जून को वेस्ट इंडिज तो 30 जून को इंग्लैंड के साथ होगा. 2 जुलाई को बांग्लादेश और 7 जुलाई को श्रीलंका के साथ मुकाबला होगा.

कुंभ से होगी साल की शुरुआत

राजनीति और खेल से पहले देश में साल की शुरुआत धर्म-कर्म से होगी. 14 जनवरी से प्रयागराज में शुरू होने वाले कुंभ का समापन 8 मार्च को होगा. उत्तर प्रदेश सरकार ने आयोजन को लेकर जोरदार तैयारी की है, इसी का नतीजा है कि लोगों को मोबाइल पर संदेश देकर कुंभ का आमंत्रण दिया जा रहा है. गंगा के संगम में इस बार करोड़ों की संख्या में देश-विदेश के श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है. कुंभ के स्नान के अलावा इस दौरान पहुंचे देश के कोने-कोने से साधुओं की जमात और उनके बीच मौजूद नागा साधुओं बरबस ही श्रद्धालुओं का ध्यान खींचेंगे.

फीफा महिला फुटबॉल विश्वकप

इसके अलावा वर्ष 2019 में होने वाले आयोजन की लंबी फेहरिस्त है, इनमें से महिलाओं के विश्व कप फुटबॉल भी एक है, जो फ्रांस में 7 जून से 7 जुलाई तक 9 अलग-अलग स्थानों पर आयोजित किया जाएगा. स्पर्धा में 24 देशों की टीमों के साथ संयुक्त राज्य अमरीका की टीम अपने खिताब के बचाव के लिए उतरेगी. वर्ष। 2018 में जहां हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश में चुनाव हुआ है, वहीं वर्ष 2019 में पड़ोसी देश अफगानिस्तान में राष्ट्रपति पद के लिए अप्रैल महीने में चुनाव होगा.