महाराष्ट्र के ठाणे जिले के अंबरनाथ क्षेत्र में एक केमिकल फैक्ट्री से गैस रिसाव की घटना ने हलचल मचा दी है. फैक्ट्री से निकला धुआं पूरे शहर में फैल गया, जिससे दृश्यता कम हो गई है. कई लोगों ने आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायत की है. हालांकि, ठाणे फायर ब्रिगेड के अनुसार, इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है. इस स्थिति ने लोगों को 1984 की भोपाल गैस त्रासदी की याद दिला दी है.

शहर से सामने आईं तस्वीरों में सड़कों को धुएं से ढका हुआ देखा जा सकता है, जबकि प्रभावित लोग अपनी नाक और मुंह ढके हुए हैं. इस धुएं ने पूरे शहर को अपने कब्जे में ले लिया है. यहां तक कि गैस रेलवे ट्रैक तक भी पहुंच चुकी है, जिससे शहर से बाहर निकलने की संभावनाएं प्रभावित हुई हैं. रिसाव के कारण और गैस की पहचान करने के लिए प्रयास जारी हैं, और स्थिति पर काबू पाने के लिए विशेषज्ञ टीमें भेजी गई हैं. प्रशासन ने लोगों से घर के अंदर रहने की सलाह दी है.

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अंबरनाथ फायर ब्रिगेड के मुताबिक, यह घटना उस समय हुई जब एक केमिकल कंपनी गैस निकाल रही थी. जैसे ही रिसाव की जानकारी मिली, दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. घटना मोरीवली एमआईडीसी (Morivali MIDC) इलाके की एक केमिकल कंपनी में हुई है.

12 सितंबर की रात करीब 10 बजे इस क्षेत्र में तेज दुर्गंध फैलने लगी, जिससे आसपास के निवासियों को परेशानी होने लगी. मौके पर फायर ब्रिगेड को बुलाया गया, हालांकि शुरुआती जांच में किसी भी कंपनी से गैस रिसाव की पुष्टि नहीं हो पाई.

वायु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मोबाइल वैन द्वारा हवा की गुणवत्ता की निगरानी की जा रही है, और प्रशासन का कहना है कि स्थिति अब नियंत्रण में है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.

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इस घटना की तुलना 1984 की भोपाल गैस त्रासदी से की जा रही है, जब यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से मिथाइल आइसोसाइनेट गैस के रिसाव ने हजारों लोगों की जान ली थी और लाखों लोग प्रभावित हुए थे.

नैनीताल में क्लोरीन गैस रिसाव

उत्तराखंड के नैनीताल में भी गैस रिसाव की घटना सामने आई है, जहां क्लोरीन गैस के रिसाव से कई लोग बीमार हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. यह घटना सूखाताल जल संस्थान के पंप हाउस में गुरुवार शाम हुई, जब वहां रखे सिलेंडर से गैस लीक हो गई. रिसाव के कुछ ही मिनटों के भीतर आसपास के निवासियों की तबीयत बिगड़ने लगी, जिससे वे चक्कर आने, उल्टी और बेहोशी जैसी समस्याओं से ग्रस्त हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन, पुलिस, SDRF, NDRF, दमकल और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं.