लखनऊ. अखिलेश यादव ने पार्टी दफ्तर में हिन्दी दिवस के अवसर पर कई साहित्यकारों को सम्मानित किया. जिसके बाद उन्होंने पत्रकार वार्ता की. इस दौरान उन्होंने अपने मठाधीश वाले बायन पर बात कही. उन्होंने कहा कि जिन संतों को बुरा लग रहा है, उन्हें बताना चाहिए जब किसी नेता कहा था ‘…इनको मारो जूते चार’, तब ये साधु-संत कहां थे? इस पर किसी को बुरा नहीं मानना चाहिए. वैसे भी आज गूगल का जमाना है. आप मठाधीश का एक्सप्लेनेशन देख लो गूगल में. क्या गूगल के खिलाफ भी वो लोग कहीं और जाएंगे?

भाजपा के जाति पर सवाल और जवाब को लेकर कहा कि जितने भी एनकाउंटर हुए है सपा ने सब पर सवाल उठाया है. इसके अलावा उन्होंने 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू कश्मीर में हो रहे चुनाव को लेकर अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी वहां चुनाव लड़ रही है. राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाने के लिए छोटे राज्य में अच्छे मौके मिलते हैं. भाजपा की ओर से जमीनों पर कब्जा करने को लेकर अखिलेश ने कहा कि अयोध्या को लेकर मैंने जो कहा है वो पूरे प्रदेश में हो रहा है. इनके नेता केवल जमीन नहीं तालाब पर भी कब्जा कर ले रहे हैं.

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ऐसे ही सपा बसपा का गठबंधन देश की राजनीति को बदलने वाला था. लेकिन नहीं चल सका. ये बात बहुत छोटी है कि किसने किसका फोन नहीं उठाया. जिस समय मुझको सूचना मिली कि गंठबंध आगे नहीं रहेगा, तब बसपा के महानुभाव मंच पर साथ बैठे थे, इस पर मैंने खुद उनसे इस बारे में पूछा था. आपराधिक घटनाओं को लेकर अखिलेश ने कहा कि NCRB के आंकड़े निकालेंगे तो अकेले वाराणसी की नहीं, पूरे प्रदेश में घटनाएं हो रही है. पुलिस पूरे प्रदेश में घटना को छिपाने का काम कर रही है. फेक एनकाउंटर की बात आपको पता है, रात में एनकाउंटर करके सुबह प्रेस नोट आ जाता है.