महोबा. जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जिसमें एक मृत किसान के नाम से किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) पर 4 लाख 30 हजार रुपये का लोन लिया गया. 20 साल पहले किसान मुलुआ की मौत हो चुकी है. उनके नाम पर लोन लेने के इस मामले का खुलासा तब हुआ जब उनके पौत्र कपूरा ने खतौनी की नकल निकलवाई. इस दस्तावेज में पाया गया कि दादा के नाम पर लोन लिया गया है. जबकि उनकी मृत्यु के समय से ही यह प्रक्रिया संभव नहीं थी.

यह मामला इंडियन बैंक की बेलाताल शाखा से जुड़ा हुआ है, जहां बैंक के दलालों ने मृत किसान के नाम पर किसी अन्य व्यक्ति का आधार कार्ड और फोटो लगाकर लोन की प्रक्रिया पूरी की. जब कपूरा ने अपने दादा की भूमि की वरासत की प्रक्रिया के दौरान खतौनी की नकल देखी, तब यह धोखाधड़ी सामने आई. बैंक के मैनेजर राजेश्वर वर्मा ने जांच में पाया कि मुलुआ की फाइल में किसी अन्य व्यक्ति की फोटो लगी थी, जो लगभग 35 साल का दिखाई दे रहा था. इसके बाद पता चला कि जालसाजों ने किसान के नाम पर फर्जी आधार कार्ड बनवाकर लोन लिया और पैसे निकाल लिए.

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इस मामले में बैंक के अधिकारियों ने कहा है कि यह गड़बड़ी फील्ड अफसर की लापरवाही के कारण हुई है और इसकी जानकारी बैंक के उच्च अधिकारियों को दे दी गई है. इंडियन बैंक के एलडीएम सरोज कुमार ने आश्वस्त किया है कि मामले की जानकारी मिलने के बाद इस पर गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

इस प्रकार की घटनाओं से स्पष्ट है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोन और किसान क्रेडिट कार्ड के नाम पर जालसाजी का एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है. ये घटना न केवल बैंक की सुरक्षा प्रक्रियाओं पर ही सवाल नहीं उठाती है, बल्कि इससे संबंधित सभी पक्षों के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है.