उज्जैन का वो घाट, जहां भगवान राम ने किया था पूर्वजों का श्राद्ध...

हिन्दू धर्म में पितृपक्ष का बड़ा महत्व है.

इन 15 दिन के दौरान लोग पितरों को याद कर उनके निमित्त तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान करते हैं.

पितृ पक्ष के दौरान उज्जैन के रामघाट पर हज़ारों की संख्या मे श्रद्धालु पिंडदान व पूर्वजों का तर्पण करने आते हैं.

इस घाट की मान्यता भगवान राम से जुड़ी है.

मोक्षदायिनी और उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी के तट पर श्राद्ध पक्ष ही नहीं

बल्कि आम दिनों में भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु तर्पण और कर्मकांड के लिए आते हैं.

वनवास के दौरान भगवान राम, मां सीता और लक्ष्मण इस नगर से जब गुजरे तो

उन्होंने पिता दशरथ के लिए यहां पर तर्पण-श्राद्ध किया था, इसलिए इस घाट का महत्व बढ़ जाता है.

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