जयपुर. राजस्थान के विधानसभा चुनाव में बदलाव की बयार बही और बीजेपी की जगह कांग्रेस पार्टी में लोगों मे भरोसा जताया लेकिन एक सच्चाई ये है कि करीब करीब सभी सरकारें या तो पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं को बंद कर देती हैं या संशोधित करती हैं। कुछ इसी तरह का कदम राजस्थान की गहलोत सरकार ने किया है।
एक शासनादेश के जरिए अशोक गहलोत सरकार ने सभी सरकारी दस्तावेजों और लेटर पैड से दीन दयाल उपाध्याय की तस्वीरों को हटाने का फरमान जारी किया है। इस संबध में सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं। सरकार की तरफ से इस फैसले के सिलसिले में कोई पुख्ता वजह नहीं बतायी गई है। लेकिन इस मुद्दे पर सियासत शुरू हो चुकी है।
इससे पहले कांग्रेस शासित मध्य प्रदेश में सरकारी दफ्तरों में वंदेमातरम गान पर रोक लगा दी गई है। इस सिलसिले में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार के इस फैसले को स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस फैसले से साफ है कि कांग्रेस सरकार को राष्ट्रवाद में भरोसा नहीं है।