पुरुषोत्तम पात्र,गरियाबन्द. जिले के नवरंगपुर सीमा से लगे बरही ग्राम में किराए के दुकान से धान लोड होकर रात को खरीदी केंद्र में पहुंचाने की तैयारी थी. इससे पहले ही मंडी विभाग ने चार नए ट्रैक्टर में लोड 414 बोरा धान को वाहन समेत जब्त कर लिया है. पुलिस व एसडीएम ने सयुक्त कार्रवाई करते हुए दो ट्रेक्टर में लदे 165 बोरा धान ओडिशा सीमा पर जब्त किया गया. कलेक्टर के कड़े फरमान के बाद विभागीय अधिकारी सक्रिय हो गए हैं, दो दिन पहले नवरंगपुर सीमा से लगे जिस बरही ग्राम में ओडिशा का धान जब्त किया गया था. आज मंडी विभाग ने उसी बरही में 4 ट्रैक्टर में लोड 414 बोरा धान को वाहन समेत जब्त कर जांच के लिए मामले को एसडीएम के सुपुर्द कर दिया है.

मंडी सचिव प्रदीप शुक्ला के नेतृत्व में दल आज सीमा पर निगरानी रखनी शूरू कर दिया था. शुक्ला ने बताया कि सीमा से महज 100 मीटर दूरी पर शटर बन्द गोदाम के सामने ट्रेक्टर खड़ी थी. टीम जाकर पूछताछ शुरू किया तो किसान गंगा राम माँझी पहुंचकर धान को अपना बताया. किसान की दलील थी कि मौसम खराब के कारण धान को गोदाम में रखा था, लेकिन वह अफसरो के सवालों का जवाब नहीं दे सका. शुक्ला ने बताया कि उनसे रकबा धान के किस्म पूछा गया गोल मोल जवाब दिया. जो ऋण पुस्तिका दिखाया गया इसमे अंकित रकबे के तुलना में जब्त धान की मात्रा दोगुना थी. ऐसे में एक और ग्रामीण सामने आकर आधा धान अपना बताया. जिस पर संदेह हुआ. धान के किस्म भी मिश्रित प्रजाति के थे, इसलिए जब्ती की कार्यवाही की गई.

रात में धान का नहीं कर सकते परिवहन

खरीदी केंद्र में धान शाम ढलने के बाद नहीं ले जाना होता है, पर किसान ने जो बयान मंडी अधिकारियों को दिया उसमें झाखरपारा केंद्र ले जाना बता रहा था. जबकि समय शाम 7 बजे थे. किसान के हाथ में 115 बोरे धान के जो टोकन थे. उसमे बुधवार यानी 2 जनवरी को धान बेचना था. ऐसे में बड़ी गड़बड़ी में मिलीभगत की आशंका भी मंडी अफसरो ने जताया है. जिसकी जांच गूरूवार को होनी है.

भाजपा नेता का नाम आया सामने

बीजेपी सरकार में भाजपाई अपना दुकानदारी सेट कर लिया था, लेकिन सरकार बदलने के बाद मामले की कलई खुल रही है. एसडीएम ने दरलीपारा पारा ओडिशा सीमा पर आज जिन दो ट्रेक्टर को जब्त किया उसे पुरनापानी के एक भाजपा नेता द्वारा लाया जाना बताया गया है. चालकों ने अपने बयान में धान को उसरिपानी सरपँच के घर से लाना बता रहे थे. लेकिन पुलिस ने इसकी तस्दीक किया तो सरपँच ने इनकार कर दिया. जबकि उक्त दोनों ट्रैक्टर को आज सुबह ओडिशा के रास्ते से आते हुए देखा गया. जिस नेता का नाम आया उसके द्वारा 4 दिन पहले मेटाडोर में धान भर कर लाने का प्रयास किया गया था. जिसे खाद्य विभाग की टीम ने दबोच कर जब्ती बनाया है.

आपको बता दें कि नदी पार के इलाके में भाजपाइयों के संरक्षण में दर्जन भर बिचौलिए धान की तस्करी को लगातार अंजाम दे रहे है. जिसे नेता किसानों के पट्टे के आड़ में समर्थन मूल्य में खपाने का काम करते हैं.