विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजनीति 24 में ही 27 के फेर में लग गई है. भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस सभी को आगामी 2027 के आम चुनाव में बड़ा अंक चाहिए. जबकि पूर्ण बहुमत की सरकार की भी चाहत सभी दलों की है. ऐसे में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने दल में स्क्रूटनी करना शुरू कर दिया है. लोकसभा चुनाव से उत्साहित अखिलेश ने विधानसभा चुनाव के लिए नई रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है.

जिसके तहत समाजवादी पार्टी प्रदेश के सभी 75 जिलों में सक्रिय कार्यकर्ताओं और निष्क्रिय नेताओं की फेहरिस्त तैयार कर रही है. जिसमें आने वाले दिनों में निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को पार्टी बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है. इसी संदर्भ में समाजवादी पार्टी की तरफ से जिला और महानगर स्तर की यूनिट्स की बैठकों में गंभीरता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.

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प्रदेश अध्यक्ष ने तय किये हैं 6 बिंदु

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने जिला अध्यक्षों और महानगर इकाइयों के पदाधिकारियों को पत्र लिखकर अगले महीने की 15 तारीख तक 6 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है. जिसके तहत मासिक रिपोर्ट में बैठक में शामिल होम वाले सभी पदाधिकारियों का विवरण होगा. जिसको प्रदेश मुख्यालय पर हर महीने भेजना जरुरी होगा. विधायक, सांसद, नगर पालिका अध्यक्ष के साथ फ्रंटल पदाधिकारियों की प्रगति रिपोर्ट और पार्टी के लिए कार्यनिष्ठा रिपोर्ट के आधार पर ही तय किया जाएगा.

इसके अलावा प्रदेश मुख्यालय से तय होने वाले कार्यक्रम जैसे कि धरना प्रदर्शन, जिले में होने वाले अपहरण, फिरौती, डकैती, दुष्कर्म और अन्य घटनाओं पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न पर फर्जी मुकदमे दर्ज होने की जानकारी भी अब हर महीने प्रदेश मुख्यालय यो भेजी जाएगी.