इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के संचालन और श्री सत्य सांई संजीवनी अस्पताल के विस्तार की योजना के लिए राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए आने वाले परिवारों की सुविधा के लिए नया रायपुर में राज्य सरकार और नया रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा एक सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला का निर्माण भी किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री सत्य सांई हेल्थ एवं एज्युकेशन ट्रस्ट के चेयरमेन सी. श्रीनिवास ने की। स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर, श्री सत्य सांई ट्रस्ट के प्रमुख बी.एल. नरसिम्हन मूर्ति, आइजेक और सत्य सांई बाबा के शिष्य मधुसूदन नायडू विशेष अतिथि के रुप में कार्यक्रम में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर संजीवनी अस्पताल में हृदय के आपरेशन के बाद स्वस्थ हो चुके तीन सौ बच्चों को ‘नये जीवन के उपहार’ के रुप में ट्रस्ट की ओर से प्रमाण पत्र और उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम में बच्चों के परिजन भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री और अतिथियों ने इसके कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री सत्य सांई बाबा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि संजीवनी अस्पताल के रुप में छत्तीसगढ़ को श्री सत्य सांई बाबा का वरदान मिला है। इस अस्पताल में हृदय रोग से पीड़ित छत्तीसगढ़ के नौ सौ से अधिक बच्चों के दिल का सफल आपरेशन हो चुका है। इन्हें मिला कर देश के 28 राज्यों और 8 देशों के अब तक तीन हजार 563 बच्चों के दिल का सफल ऑपरेशन हो चुका है। आज कार्यक्रम में शामिल बच्चों के चेहरे पर खुशी और प्रसन्नता दिख रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अस्पताल के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ के लोग पूरे समर्पण के साथ मानवता की सेवा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने श्री सत्य सांई ट्रस्ट द्वारा छत्तीसगढ़ में दी जा रही सेवाओं की सराहना की। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में अब तक साढ़े चार हजार बच्चों के हृदय के सफल ऑपरेशन किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि आज यह अस्पताल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान बना चुका है। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृति कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री सत्य सांई ट्रस्ट के चेयरमेन सी. श्रीनिवास ने कहा कि एक वर्ष के अंदर नया रायपुर के संजीवनी अस्पताल में हृदय के ऑपरेशन के लिए चार ऑपरेशन थियेटर और कैथ लैब स्थापित किए जाएंगे। इनमें से तीन माह में दो ओ.टी. काम करना प्रारंभ कर देंगे।