नई दिल्ली– छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड ने पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है. छत्तीसगढ़ के पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत और अनिल जैन को बनाया गया है. अरूण जेटली और अविनाश रॉय खन्ना राजस्थान के पर्यवेक्षक होंगे. वहीं राजनाथ सिंह और विनय सहस्त्रबुद्धे मध्यप्रदेश के पर्यवेक्षक होंगे.आज शाम इन तीनों राज्यों में नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक आयोजित की गई थी और बैठक के बाद तीनों राज्यों में नेता प्रतिपक्ष का चयन करने और विधायकों से विचार-विमर्श करने के लिये दो-दो पर्यवेक्षक भेजे जाने का निर्णय लिया गया.
गौरतलब है कि पिछले महीने सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों में इन तीनों राज्यों में भाजपा ने अपनी सत्ता खो दी थी और यहां कांग्रेस ने अपना बर्चस्व कायम करते हुए सरकार गठित की.तीनों राज्यों में सरकार गठन के बाद से ही ये कयास लगाये जा रहे थे कि यहां पर नेता प्रतिपक्ष किसे बनाया जायेगा. चर्चा इस बात को लेकर भी थी कि इन राज्यों में मुख्यमंत्री पद पर काबिज रहे नेताओं को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाये या फिर इन्हें हार का जिम्मेदार मानते हुए दूसरे नेताओं को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दी जाये. तीनों ही राज्यों के भाजपा नेताओं द्वारा दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष के पद को लेकर पिछले दो सप्ताह से लाबिंग की जा रही थी.नेता प्रतिपक्ष के चयन में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस के नेता भाजपा पर जमकर चुटकी भी लेते रहे हैं.अब पर्यवेक्षकों की नियुक्ति के बाद जल्द नेता प्रतिपक्ष के चयन की कवायद पूरी हो जायेगी और एक दो दिनों में तमाम अटकलों पर विराम लग जायेगा.