भुवनेश्वर : उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव ने शनिवार को विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर भरतपुर पुलिस स्टेशन की घटना को लेकर मौजूदा मोहन माझी सरकार पर उंगली उठाने के लिए निशाना साधा और उनके 24 साल के कार्यकाल को अराजकता, महिलाओं के खिलाफ हिंसा और राज्य मशीनरी की विफलता का दौर करार दिया।

उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि मोहन माझी सरकार ने सेना के मेजर और उनकी मंगेतर के साथ मारपीट मामले में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित करके और राज्य अपराध शाखा को जांच का जिम्मा सौंपकर त्वरित कार्रवाई की है।

भरतपुर पुलिस स्टेशन मामले में विपक्ष के नेता की न्यायिक जांच की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंह देव ने पटनायक से जानना चाहा कि उनके 24 साल के कार्यकाल के दौरान गठित 24 न्यायिक आयोगों की रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक क्यों नहीं की गई है।

सिंह देव ने कहा, “नवीन पटनायक सरकार ने विभिन्न मामलों की जांच के लिए 24 न्यायिक जांच आयोग गठित किए थे। रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। अगर पटनायक चाहते तो 24 साल में हिंसा मुक्त ओडिशा बना सकते थे।” उन्होंने आरोप लगाया कि पटनायक अपने कार्यकाल के दौरान लोगों को न्याय दिलाने में विफल रहे।

हालांकि, उन्होंने पहली बार किसी घटना के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए मीडिया के सामने आने के लिए पटनायक को धन्यवाद दिया। सिंह देव ने उपहास करते हुए कहा, “उनके (नवीन पटनायक) मंत्रिमंडल के एक मंत्री की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई, लेकिन वे (पटनायक) सालों तक चुप रहे। अब वे उस घटना में अपना विरोध दर्ज कराने के लिए आगे आए हैं, जहां हमारी सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है और कड़ी कार्रवाई करने तथा किसी को भी नहीं बख्शने की घोषणा की है।”

राजभवन पर महिला बीजद के विरोध प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए सिंह देव ने कहा, “बीजद अब भरतपुर की घटना पर राजनीति कर रही है। बीजद को याद रखना चाहिए कि लोगों ने उसे सत्ता से बाहर कर दिया था, क्योंकि वह लोगों की रक्षा करने में अक्षम थी।” उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक सरकार द्वारा संरक्षित दागी पुलिस अधिकारी अभी भी नौकरी पर हैं। उन्हें धीरे-धीरे बाहर किया जाएगा। सिंह देव ने राज्य में भाजपा सरकार के सफल कार्यकाल के उपलक्ष्य में आयोजित विकास मेले में यह टिप्पणी की।