ललित ठाकुर, राजनांदगांव। साइबर ठगी के लिए फर्जी बैंक खाता, एटीएम कार्ड और मोबाइल सीम सप्लाई करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने 3 अंतरराज्यीय साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से 15 एटीएम कार्ड, 8 चेकबुक, 5 पासबुक, 7 मोबाइल सिम, 1 पैन कार्ड और 4 मोबाइल फोन जब्त किया गया है. साथ ही ठगी से अर्जित नगद राशि 1 लाख 4 हजार 910 रुपये भी बरामद किया गया. यह कार्रवाई सोमनी पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने की है.
जानकारी के अनुसार, प्रार्थी बेबी सिंह ने 20 सितंबर 2024 को सोमनी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसका परिचित बिहार निवासी दीपांशु श्रीवास्तव जो कि करीबन 10 दिन पूर्व प्रार्थी को ग्राम मनगटा में मिला और प्रार्थी को बैंक खाता का पासबुक, एटीएम कार्ड, रजिस्टर्ड सिमकार्ड, मांगकर उसके एवज में 15000 रूपये देने का प्रलोभन दिया था. उसी दौरान प्रार्थी द्वारा मनगटा में ही आरोपी दीपांशु श्रीवास्तव को अपना पंजाब नेशनल बैंक का खाता, पासबुक, एटीएम कार्ड और बैंक खाता से रजिस्टर्ड सीम कार्ड दे दिया गया था. इसके अलावा आरोपी दीपांशु श्रीवास्तव के द्वारा प्रार्थी बेबी सिंह के मित्र हेमंत पटेल को भी खाते के बदले पैसे देने का प्रलोभन देकर प्रार्थी के मित्र हेमंत पटेल का कैनरा बैंक का खाता, पासबुक, एटीएम कार्ड, रजिस्टर्ड सीमकार्ड अपने पास रखकर उन बैंक खातो का इस्तेमाल ऑनलाइन ठगी में कर धोखाधड़ी कर रहे है.
प्रार्थी की सूचना पर सोमनी थाने में पुलिस ने अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी दिपांशु ने अपने साथियों के साथ मिलकर प्रार्थी के आलावा छत्तीसगढ़ के ही अन्य भोले-भाले लोगों को रूपये पैसों का लालच देकर उनके बैंक खातों, मोबाइल नम्बरों और एटीएम कार्ड को अपने पास रख कर उन खातों का फर्जी तरीके से प्रयोग कई राज्यों में पीड़ितों के साथ ऑनलाइन ठगी की रकम को प्राप्त करने के लिए लगातार कर रहें हैं. साथ ही आरोपियों द्वारा ठगी रकम को एटीएम कार्ड से निकाल कर अपने रिस्तेदारों को सी.डी.एम. के माध्यम से रूपये भेजा जा रहा है. जिसके संबंध में साईबर फ्रॉड की शिकायत पीड़ितों के जरिये महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, दिल्ली, हरियाणा राज्यों के पुलिस थानों और साइबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर डायल कर सीएफसीएफआरएमएस पोर्टल में दर्ज कराया गया है.
वर्तमान में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए एवं साईबर अपराधों की रोकथाम और प्रभावी कार्रवाई के लिए राजनांदगांव पुलिस ने पर्यवेक्षण में प्रकरण के आरोपियों की पतासाजी के लिए साइबर सेल और थाना सोमनी से टीम गठित की. प्रकरण में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दबिश देकर आरोपी दीपांशु श्रीवास्तव और उसके अन्य साथी पवन कुमार और नाबालिग को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया. पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया. मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. वहीं मामले में अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है.
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