जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस गठबंधन को बढ़त मिल सकती है, जिससे वे 13 से 15 सीटें जीतने की संभावना रखते हैं. 25 सितंबर को होने वाले इस चरण में 26 सीटों के लिए मतदान होगा, जिनमें 15 सीटें कश्मीर और 11 जम्मू क्षेत्र की हैं.

गांदरबल सीट पर कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला उम्मीदवार हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि जम्मू क्षेत्र की 11 सीटों पर मुस्लिम आबादी अधिक होने के कारण, NC-कांग्रेस और पीडीपी जैसी पार्टियों को फायदा हो सकता है, जिससे भाजपा के लिए चुनौती होगी.

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गांदरबल और बडगाम सीटों पर उमर अब्दुल्ला को कड़ी टक्कर मिल सकती है, जबकि बडगाम में पीडीपी के शिया उम्मीदवार सैयद मुंतजिर मेहंदी से मुकाबला होगा. वहीं, गांदरबल में इंजीनियर राशिद की पार्टी के उम्मीदवार के साथ करीबी संघर्ष देखने को मिलेगा. दूसरी ओर, भाजपा जम्मू क्षेत्र में 4-5 सीटें जीत सकती है, जबकि कश्मीर में सीटें हासिल करना मुश्किल होगा. नौशेरा सीट पर भाजपा और NC गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर हो सकती है.

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पीडीपी को इस चरण में 1-2 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि इंजीनियर राशिद की पार्टी और अल्ताफ बुखारी की पार्टी को 0-1 सीटें मिल सकती हैं. कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भी 1-2 सीटें जीत सकते हैं.

राजनीतिक विशेषज्ञ प्रोफेसर हरिओम के अनुसार, इस चरण में NC-कांग्रेस गठबंधन को सबसे बड़ा फायदा हो सकता है. जम्मू के पहाड़ी इलाकों में मुस्लिम आबादी अधिक होने के कारण, यह क्षेत्र NC और कांग्रेस के पक्ष में जाता है. दूसरी ओर, कश्मीर में NC की स्थिति मजबूत है, क्योंकि वहां पीडीपी अब पहले जितनी प्रभावी नहीं है, जिससे NC को अधिक नुकसान नहीं होगा. निर्दलीय और इंजीनियर राशिद के उम्मीदवारों का असर कुछ हद तक हो सकता है, लेकिन यह निर्णायक नहीं होगा.