अंबिकापुर- शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अंबिकापुर में इलाज में लापरवाही के मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक जूनियर डॉक्टर और दो नर्स को निलंबित कर दिया है. मृतक के परिजनों ने इसकी शिकायत स्वाथ्य मंत्री से की थी. शिकायत पर मंत्री ने 48 घंटे के अंदर जांच प्रतिवेदन मंगवाया. जांच में लापरवाही सामने आने के बाद डॉक्टर और नर्स को तत्काल निलंबित कर दिया.

दरअसल शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अंबिकापुर में उपचार के दौरान मरीज हरीश कुमार गुप्ता पिता प्रयाग गुप्ता 52 वर्ष निवासी मायापुर अंबिकापुर की 3 जनवरी को रात 2.43 बजे मौत हो गई. इसकी सरगुजा कलेक्टर से जांच कराई गई.

जांच में खुलासा हुआ कि 3 जनवरी की रात शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में ड्यूटी पर उपस्थित मेल वार्ड के नर्स प्रीति सिंह एवं आईसीयू के स्टॉफ नर्स गायत्री यादव ने मरीज हरीश कुमार गुप्ता के उपचार में घोर लापरवाही की गई. तथा आईसीयू में ड्यूटी पर तैनात जूनियर रेसीडेंट डॉ ललित अग्रवाल अपनी ड्यूटी के समय में आईसीयू में उपलब्ध नहीं थे. जिसके कारण मरीज को इलाज प्राप्त नहीं हुआ.

इस लापरवाही पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जूनियर रेसीडेंट डॉ ललित अग्रवाल, स्टॉफ नर्स प्रीति सिंह एवं गायत्री यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

निलंबन अवधि में तीनों क मुख्यालय कार्यालय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं अंबिकापुर निर्धारित किया गया है. इस अवधि में निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी.