अजय नीमा, उज्जैन। धार्मिक नगरी उज्जैन में एक अनोखी शादी देखने को मिली है. जहां पेमल रानी और तेजा की शादी हुई. यह कोई युवक-युवती के नाम नहीं है, बल्कि एक गाय और एक नंदी का नाम है. जिनकी शादी हिंदू-रीति रिवाज से तेजाजी धाम मंदिर में हुई. जिसमें सैकड़ों की संख्या में इस शादी को देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लगा रहा.
उज्जैन शहर को धार्मिक आयोजनों का शहर माना जाता है. आयोजनकर्ता डॉक्टर भवानी शंकर शास्त्री ने बताया कि जहां पर कई धार्मिक आयोजन होते रहते हैं. इसी कड़ी में आज एक अनोखी शादी देखने को मिली. जो तेजाजी धाम मंदिर में संपन्न हुई. इस शादी में हिंदू परंपरा के अनुसार जैसे आम लोगों की शादियां होती है. उसी प्रकार सुबह से ही शादी के आयोजन शुरू हुए. सबसे पहले परंपरा अनुसार, मेहंदी और तेल की रस्म हुई. जिसके बाद ढोल-नगाड़े, डीजे और घोड़े के साथ बारात निकाली गई.
हिंदू रीति-रिवाज से हुई शादी
वहीं, बारातियों का स्वागत पेमल रानी के माता-पिता बने शुक्ला परिवार ने फूलों की वर्षा कर किया. इसके बाद संध्या में पेमल रानी और तेजा नंदी का शुभ विवाह किया गया. इसमें हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार, सात फेरे लिए गए. पग पूजन किया गया. कन्यादान किया गया. मंगलसूत्र पहनाया और मांग भी भरी गई. रिश्तेदारों ने कन्यादान किया. शादी में पेमल रानी की विदाई के बाद रिसेप्शन का आयोजन भी हुआ.
शादी में शामिल हुए कई लोग
शहर के कई लोग इस शादी में शामिल हुए. आसपास के जिलों से भी आए लोगों ने इस शादी को देखकर अचंभित हो गए. इंदौर से आए एक श्रद्धालु ने कहा कि मेरे जीवन में ऐसी शादी मैंने कहीं नहीं देखी है. ऐसा माना जाता है कि नंदी और गाय की शादी जो करवाता है उनकी 10 पीढ़ी आगे और 10 पीढ़ी पीछे की स्वर्ग में स्थापित होती है. कई पुण्य लाभ इसको करने से होता है. ऐसा करने का सौभाग्य किसी-किसी को ही प्राप्त होता है.
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