पुरी. आंध्र प्रदेश में तिरुपति में लड्डू में एनिमल फैट के कथित उपयोग को लेकर हुए विवाद के बीच ओडिशा सरकार ने पुरी के जगन्नाथ मंदिर में इस्तेमाल किए जाने वाले घी की गुणवत्ता की जांच करने का फैसला किया है. श्रीमंदिर में महाप्रसाद की तैयारी में संभावित मिलावट को रोकने के उद्देश्य से यह कदम उठाया जा रहा है.

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  पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ शंकर स्वाईं ने आज पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हालांकि श्रीमंदिर में कोठ भोग (देवताओं के लिए प्रसाद) और बराती भोग (ऑर्डर पर प्रसाद) की तैयारी में इस्तेमाल किए जाने वाले घी की गुणवत्ता के बारे में कोई आरोप नहीं लगाया गया है, फिर भी हम घी के मानक की जांच करेंगे. मिलावट की संभावना के कारण, हम श्रीमंदिर को घी के आपूर्तिकर्ता ओमफेड के साथ-साथ मंदिर के सुअर और महासूआर निजोग से परामर्श करने की योजना बना रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि घी मानकीकृत है.