विक्रम मिश्र, लखनऊ। महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर है. लेकिन काम अब भी अपने समय सीमा पर खत्म नहीं होने से अधिकारी परेशान हैं. जिसको लेकर प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने निरीक्षण किया. अधिकारियों के मुताबिक, बाढ़ और बारिश के कारण समय सीमा के अंतर्गत कार्य नहीं हो पा रहे हैं. जिसके लिए अधिकारी ने 15 नवंबर तक किसी भी हाल में काम पूरा करने का निर्देश दिए हैं.

जलभराव के कारण परेशानी

बता दें कि महाकुंभ 2024-25 के कार्यों को 31 अक्तूबर तक पूरा करने का लक्ष्य था. लेकिन अब डेडलाइन बढ़ा दी गई है. स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के पास निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव नगर विकास ने सड़क पर चैंबर के काम में देरी का कारण पूछा. जिस पर अफसरों ने बताया कि जलभराव के कारण परेशानी हो रही है. जहां सड़क निर्माण की जानकारी ली. सभी काम गुणवत्ता से कराने के लिए कहा. भारद्वाज आश्रम गलियारे का काम भी देरी पर अमृत अभिजात ने नाराजगी जाहिर किया. इसके बाद वो शास्त्री पुल के पास PWD के ट्रैफिक जंक्शन चौराहे को देखने पहुंचे.

दीर्घायु वाला काम करवाने की हिदायत

जहां पर मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत और मेलाधिकारी विजय किरन आनंद से पूछा कि इसका क्या उपयोग होगा. अफसरों ने ट्रैफिक मूवमेंट प्लान के बारे में बताया. जिस पर की प्रमुख सचिव नगर विकास अधिकारी ने नक्शे पर अपना सुझाव दिया. इसके बाद वो जलनिगम की प्रस्तावित परियोजनाओं को देखने पहुंचे. मनकामेश्वर मंदिर में चल रहे सौंदर्यीकरण के काम का जायजा लिया. जहां पर उन्होंने कार्य को गुणवत्तापरक और दीर्घायु वाला काम करवाने की हिदायत दी. वहां से प्रमुख सचिव हेतापट्टी में जल निगम, पीडीए की परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया.

दिसंबर तक होगा पेंट माई सिटी का काम

वहीं, प्रयागराज स्थलीय निरीक्षण पर पहुचे प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात को अफसरों की मीटिंग ली. जिसमें माई सिटी के प्रगति के बारे में जानकारी मांगी गई. कार्य में लगे अधिकारियों ने बताया कि 15 नवंबर तक महाकुंभ स्थायी परियोजनाओं का काम करा लिए जाएंगे. जबकि दिसंबर तक पेंट माई सिटी के तहत काम भी लगभग पूर्ण हो जाएगा. प्रमुख सचिव, विशेष सचिव और नगर विकास विभाग के अन्य अधिकारी आज मेलाधिकारियो के साथ भी बैठक करेंगे. मेला प्राधिकरण कार्यालय में ICCC सभागार में बैठक होगी. सबसे पहले रेलवे अधिकातियो के साथ स्थलीय निरीक्षण कर कार्य योजना को अमल में लाया जाएगा. इसके बाद मेला प्राधिकरण की अन्य परियोजनाओं की पॉइंट टू पॉइंट समीक्षा की जाएगी.

अलग बजट का प्रावधान

बता दे कि कुंभ मेले को लेकर सरकार ने अलग बजट का प्रावधान किया है. जिसके तहत ही अवस्थापना के साथ अन्य स्थायी और अस्थाई कार्य करवाए जा रहे हैं. इसके अलावा शहर को अध्यात्म के रंग में रंगने के लिए पेंट माई सिटी एक प्रमुख योजना है. जिसके तहत घाट मंदिरों और मठों की रंगाई पुताई के साथ सड़कोे पर कुंभ से जुड़ी हुई पेंटिंग्स कराया जाना है.

महाकुंभ रेल सेवा

कुंभ मेला प्रशासन ने भारतीय रेलवे के साथ मिलकर वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर रायशुमारी किया है. जिसके तहत रेलवे एक एप्लीकेशन बनाने का फैसला किया है. इस ऐप के जरिए मेले में आने वाले सभी यात्रियों/पर्यटकों को प्रयागराज और आस पास के खास स्थल और पर्यटन स्थलों की जानकारी के साथ वहां पहुंचने के लिए रास्ता भी बताया जाएगा. साथ ही उस रुट की ट्रेनों के संचालन और उनकी अवधि के बारे में भी बताया जाएगा.

उत्तर मध्य रेलवे द्वारा यह ऐप बनाया जा रहा है. इस एप्लीकेशन के माध्यम से यात्रियों और श्रद्धालुओं के सभी ट्रेनों की समय-सारिणी के साथ बाकी जरूरी जानकारी दी जाएगी. रेलवे द्वारा इस एप्लीकेशन का नाम रेल महाकुंभ सेवा रखा गया है. इस एप्लीकेशन के माध्यम से श्रद्धालुओं/पर्यटकों को मेला विशेष ट्रेन, आरपीएफ की चौकियां और सुविधा, रेलवे शिविर, इमरजेंसी नम्बर, स्टेशनों पर डोरमेट्री की व्यवस्था की जानकारी दी जाएगी.