मुंबई. भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने शिवसेना को चेतावनी देते हुए रविवार को कहा कि यदि गठबंधन हुआ, तो पार्टी अपने सहयोगियों के लिए जीत सुनिश्चित करेगी, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ, तो पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में अपने पूर्व सहयोगियों को हरा देगी।

शाह का बयान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 40 पर जीत का लक्ष्य निर्धारित करने को कहा।

शाह और फडणवीस ने रविवार को लातूर में लातूर, उस्मानाबाद, हिंगोली और नांदेड़ जिलों के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। शाह ने कहा, ‘पार्टी कार्यकर्ताओं को शिवसेना के साथ गठबंधन की संभावनाओं के बारे में भ्रम से छुटकारा पाना चाहिए। यदि सहयोगी हमारे साथ आते हैं, तो हम उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे, या फिर उन्हें भी पटक देंगे। पार्टी कार्यकर्ता हर बूथ पर तैयारी शुरू कर दें।

उन्होंने आने वाले चुनावों की तुलना पानीपत की तीसरी लड़ाई से की, जिसमें मराठा सेना को अफगान शासक अहमद शाह दुर्रानी (अब्दाली) की सेना से हार मिली। बीजेपी प्रमुख ने कहा कि इस लड़ाई के बाद देश 200 सालों तक गुलाम रहा। यदि हम इस चुनाव को जीतते हैं, तो हमारी विचारधारा अगले 50 वर्षों तक शासन करती रहेगी। हमें इस चुनाव को जीतने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘2014 में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में 73 सीटें जीतीं। अगर सपा और बसपा ने हाथ मिलाया तो इस बार भी हम 74 सीटें जीतेंगे। हमें 48 में से कम से कम 40 सीटें (महाराष्ट्र में) जीतने का लक्ष्य रखना चाहिए।’

इससे लगता है कि अब बीजेपी ने शिवसेना के खिलाफ मुखर रूप अपनाना शुरू कर दिया है। राज्य और केंद्र में सरकार का हिस्सा होने के बावजूद शिवसेना नियमित रूप से भाजपा पर निशाना साध रही है। इसके नेताओं ने अक्सर कहा है कि वे अपने दम पर अगला चुनाव लड़ेंगे।

फडणवीस ने कहा, ‘पार्टी अध्यक्ष तय करेंगे कि शिवसेना और प्रस्तावित गठबंधन का क्या करना है। लेकिन भाजपा को राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 40 सीटें जीतने का लक्ष्य रखना चाहिए।’