रायपुर. राजधानी रायपुर में आयोजित गोंडवाना महोत्सव मेला में शिवा सुरदास ने अपनी गीतों से मेले में समा बांधे रखा. छत्तीसगढ के लोक प्रिय ख्याति लब्ध माटी पु़त्र जो कि पूर्ण रूप सें दृश्टि बाधित हैं, अपनी मधूर आवाज से मेले मौजूद लोगों का मन जीत लिया. शिवा सुरदास के ढेरो एलबम आ चुके हैं, जिसमें हाल ही में रिलीज गाना ‘लाली-लाली गोंदली पियर-पियर धान’ लोगों का मन मोह लिया है. वहीं एक बाद एक छत्तीसगढ़ी मंच और स्कूली बच्चों की प्रस्तुती ‘पता ले जा रे, सुवा नृत्य, और कर्मा गीत ने लोगों का बांधे रखा. आपको बता दें की लल्लूराम डॉट काम बेब मीडिया और स्वराज एक्सप्रेस मीडिया पार्टनर है.
मेंला समिति के लोगों ने बताया कि हमारा प्रयास है इस मेला के माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृती को लोगों तक पहुंचाना और स्थानीय लोक कलाकारों को मंच देना है. कला, संगीत, और खान पान के माध्यम से अपनी संस्कृती से अगली पीढ़ी तक पहुंचाना ही उदेश्य है.
मेले में लगे सैकड़ों स्टॉल जो अपनी-अपनी उत्पादों के लिए नामचिन है, तो वहीं ट्रेडिंशन स्टॉल के मालिक ने बताया कि उनकी उत्पाद कोई काऱखाना या फैक्ट्री में नहीं बनती बल्कि ये उत्पाद हाथों से बेकार चीजों को एक रूप देखकर उपयोगी वस्तु बनाया जाता है. जिसे लोगों बहुत ज्यादा पंसद कर रहे है. जैसे खाली शराब के बाटल से उपहार के तौर दिए जाने उत्पाद बनाना. लकड़ी से लैंप लाईट बनाना, आदि.
वो कहते है ना कलाकार कब क्या कर जाएं कोई नहीं बता सकता ठीक कुछ ऐसा ही ट्रेडिंशन स्टॉल है जहां हर दिन ऐसे बेकार पड़े चीजों से कुछ नया वस्तु बना देते है. जिसके कारण वहां लोगों की भीड़ देखने को मिलती है, जो मेले में आकर्षण का केंद्र है. मॉ पीताम्बरा जन सेवा समिति की ओर से आयोजित गोंडवाना महोत्सव में हर दिन शाम के वक्त छत्तीसगढ़ और भारत के सांस्कृति छटा बिखरती है. आयोजन के सचिव वैभव सिसोदिया ने बताया कि प्रतिदिन सांस्कृति कार्यक्रम तथा सभी राज्यों से आया क्राफ्ट समेत 300 से अधिक स्टाल लगाए गए हैं. गोंडवाना महोतस्व का आयोजन 15 जनवरी तक चलेगा.