इदरीश मोहम्मद, पन्ना। सरकार द्वारा यूं तो बच्चियों की पढ़ाई और उनके रहने आदि की व्यवस्थाओं को लेकर छात्रावास संचालित किए गए है। बच्चियों के रहने, खाने की व्यवस्थाओं में लाखों-करोड़ों रुपए खर्च भी किए जा रहे हैं। लेकिन पन्ना जिले में छात्रावासों की हालत बद से बत्तर होती जा रही। कहीं बच्चो को अच्छा भोजन उपलब्ध नही हो पा रहा है, तो कहीं अधीक्षकों की मनमानी से बच्चे परेशान है। जिससे न केवल उनकी पढ़ाई चौपट हो रही है, बल्कि उनका भविष्य भी अंधकार में जा रहा है।

दिया तले अंधेरा

मामला तब उजागर हुआ जब जिला पंचायत के उपाध्यक्ष और भाजपा नेता संतोष सिंह यादव ने जिला मुख्यालय के बीआरसी में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास का आकस्मिक  निरीक्षण किया। यहां की व्यवस्थाओं को देख उनके भी होश उड़ गए। जिला पंचायत उपाध्यक्ष संतोष यादव ने बताया कि काफी समय से छात्रावास की शिकायत प्राप्त हो रही थी। जिस पर आकस्मिक निरीक्षण किया गया। जहां व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ भी नही पाया गया। चारों ओर गंदगी का अंबार है। खाने पीने की भी सही व्यवस्था नहीं पाई गई। उन्होंने अधीक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब मुख्यालय में बने छात्रवाओ का ये हाल है, तो दूरस्थ क्षेत्रों की स्थिति क्या होगी?

मरो चाहे जियो, मुझे फोन मत लगाओ

बता दें कि बच्चियों ने जैसे ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष सहित अन्य लोगों को आते देखा तो तत्काल ही अपनी आप बीती बतानी शुरू कर दी। बच्चियों ने बताया कि अगर वह बीमार हो जाती है और अधीक्षिका को फ़ोन लगाती है तो अधीक्षिका फोन ही नही उठाती है। अगर फ़ोन उठा भी लिया, तो कहती है मरो चाहे जियो मेरे पास फोन मत लगाओ। इतना ही नही बच्चियों ने बताया कि न तो उन्हें अच्छा खाना दिया जाता है और न ही अन्य किसी प्रकार की व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाई जाती है। बच्चियों को खुद ही ऑटो करके अस्पताल दिखवाने जाना पड़ता है। अगर कोई छात्रा जिला अस्पताल में भर्ती भी हो जाती है तो उन्हें अधीक्षिका देखने तक नही आती है।

पोहा ऐसा की जानवर भी न खाए

छात्रावास की बच्चियों ने छात्रावास में मिलने वाले पोहा को दिखाया और कहां की इसी तरह का पोहा और खाना उन्हें दिया जाता है। खाने में नाम मात्र के लिए टमाटर डाले जाते है। वहीं आलू रखे-रखे सड़ जाते है, उनसे ऐसी बदबू आती है कि रहना दूभर हो जाता है। वहीं साफ-सफाई की भी कोई खास व्यवस्था नही है। छात्रावास की खिड़कियों में मच्छर जाली न होने की वजह मच्छरों से भी छात्राएं परेशान है जिससे वह बीमार भी हो रही है।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m