रायपुर. मंत्री टीएस सिंहदेव ने गजराज परियोजना की 8 गाड़ियों को हरी झंडी दिखाई है. सरगुजा संभाग के लिए गाड़ियों को रवाना किया गया है. गाड़ियों में हाथी को पकड़ने की पर्याप्त व्यवस्था है. इस दौरान वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे.

मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मानव ने वन्य प्राणियों के क्षेत्र में इतना अतिक्रमण कर लिया है. जो ध्वन्ध खतरनाक स्थितियों के पहुंच गया है. इन पूरी स्थितियों में जहां हमारी जंगल की क्षेत्र कम होते जा रहे है और मानव आबादी बढ़ती जा रही है. यह ध्वन्ध प्रतिदिन बढ़ते चले जा रहा है. अन्य क्षेत्रों में प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के कारण भी अन्य प्राणियों का क्षेत्र प्रभावित होता है और यही कारण बना बड़ी मात्रा में हाथियों के दल छत्तीसगढ़ की ओर कूच कर रहे है.

उन्होंने कहा कि 250 हाथी छग के अलग-अलग क्षेत्रों के होंगे और स्वाभाविक है कि उनके लिए जंगल में रहने के लिए जगह चारा ये परिस्थितियां सीमित होती जा रही है. यही कारण है कि हाथी मानव के संपर्क में आते है और दुखद घटना होती है. इन परिस्थितियों से निपटने के लिए वन विभाग ने यह पहल कर 8 गाड़ियों को रवाना किया है. टीएस सिंहदेव ने बताया कि एक वाहन में लगभग 14 से 16 लाख रूपए का खर्च आया है. हम लोग चाहेंगे कि यह पहल सफल साबित हो. परेशानी आती है कि सामान्य ग्रामीण जन ये समझ नहीं पाते कि हाथी से इतना बड़ा नुकसान हो सकता है. इन वाहनों को ढाल के रूप में उपयोग किया जाएगा. ताकि हिंसक घटना और जानमाल का नुकसान न हो सके.