रायपुर. छत्तीसगढ़ के अंशकालीन व्याख्याताओं ने भी अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर उच्चशिक्षा मंत्री उमेश पटेल से मुलाकात की है. इंजीनिरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज के व्याख्याता सुबह से ही मुलाकात करने के लिए मौजूद थे, काफी देर बाद वो उच्च शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर सरकार से घोषणा पत्र पर अमल करने की मांग की है. मंत्री पटेल ने अध्ययन के बाद उनकी मांगों पर विचार करने की बात कहीं है.

अंशकालीन व्याख्याताओं का कहना है कि लिखित आश्वासन मिलता तो ज्यादा संतुष्टि मिलती, लेकिन फिर भी आश्वासन मिला है. कांग्रेस ने अपने जनघोषणा पत्र में वादा किया था कि शिक्षाकर्मियों की नियमितीकरण को पूरा किया जाएगा, लेकिन अभी तक यह पूरा नहीं किया गया है. इसी मांग को लेकर हम उच्च शिक्षा मंत्री से मिलने पहुंचे थे.

इनका कहना है कि बोलने के लिए हमें पार्ट टाइमर समझा जाता है, लेकिन रेगुलर की तरह काम लिया जाता है. मंत्री जी ने फ़ाइल मंगाई है, नामों के डिटेल मंगवाए गए है. आश्वाशन से संतुष्ट है. उम्मीद है कि नई सरकार आई है तो मांगे पूरी करेगी. उनका कहना है कि मंत्री के तरफ से कोई भी लिखित आश्वाशन नहीं दिया गया है, यदि लिखित में आश्वाशन दिया जाता तो हमें ज्यादा संतुष्टि मिलती, फिर भी उम्मीद बनाए हुए है.

अंशकालीन व्याख्याताओं से मुलाकात करने के बाद उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि जो अनियमित टेक्निकल में है और हायर एजुकेशन में है उन दोनों का डिटेल मंगवाया गया है. इस संबंध में अध्ययन किया जा रहा है अध्ययन के बाद निर्णय लिया जाएगा. मंत्री ने कहा कि अंशकालीन व्याख्याताओं की संख्या ज्यादा है. ये सिर्फ अंशकालीन ही नहीं सविंदा भी है. इस मामले को कोर्ट में भी रखा गया है कि उसका क्या डिजिशन है उस पर भी अध्ययन किया जा रहा है. फिर भी बाकी लोगों को कैसे संतुलित करना है इस बारे में विचार किया जा रहा है. इसके लिए अंशकालीन व्याख्याताओं को थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा.