Rajasthan News: जयपुर. करीब डेढ़ साल पहले, देश के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का एक इंटरव्यू एक निजी न्यूज चैनल पर प्रसारित हुआ था. इस दो दिवसीय इंटरव्यू से पूरे देश में सनसनी फैल गई थी. सवाल यह था कि जो गैंगस्टर पिछले 11 साल से जेल में बंद है, उसने एक राष्ट्रीय टीवी चैनल को इंटरव्यू कैसे दिया?

यह इंटरव्यू ज़ूम ऐप के जरिए लिया गया था. इस प्रसारण के बाद पंजाब की जेल व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे थे. हालांकि, पंजाब पुलिस ने दावा किया कि यह इंटरव्यू बठिंडा जेल का नहीं था, जहां लॉरेंस उस समय बंद था. बाद में जांच में खुलासा हुआ कि यह इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर सेंट्रल जेल से दिया गया था. पंजाब पुलिस ने इस संबंध में राजस्थान पुलिस के एडीजी (क्राइम) को पत्र लिखा.

राजस्थान पुलिस का इनकार, अब दर्ज हुई एफआईआर

जब मार्च 2023 में यह इंटरव्यू प्रसारित हुआ, तो जेल प्रशासन की सुरक्षा पर सवाल उठे. उस समय लॉरेंस बिश्नोई पंजाब की बठिंडा जेल में बंद था, लेकिन पंजाब पुलिस की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि इंटरव्यू बठिंडा जेल का नहीं था, क्योंकि वहां जैमर लगे हुए थे, जिससे इंटरव्यू संभव नहीं था. लॉरेंस बिश्नोई ने जयपुर सेंट्रल जेल से ज़ूम ऐप के जरिए यह इंटरव्यू दिया था. इसके बाद पंजाब एसआईटी की जांच के आधार पर जयपुर के लाल कोठी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. इस मामले की जांच अब लाल कोठी थानाध्यक्ष श्रीनिवास को सौंपी गई है.

मामले का खुलासा

लॉरेंस बिश्नोई को जयपुर पुलिस ने फरवरी 2023 में हिरासत में लिया था और उसने फरवरी में ही एक टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया था, जिसे बाद में मार्च 2023 में प्रसारित किया गया. इस दौरान लॉरेंस 21 दिन जयपुर पुलिस की हिरासत में था. कोर्ट के आदेश पर दिसंबर 2023 और जनवरी 2024 में दो मुकदमे दर्ज किए गए, जिनमें खुलासा हुआ कि इंटरव्यू के समय लॉरेंस जयपुर जेल में था. अगस्त 2024 में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने एसआईटी के स्पेशल डीजी को राजस्थान के डीजीपी को सबूत सौंपने का निर्देश दिया.

जयपुर पुलिस की हिरासत में 21 दिन

जयपुर पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई को 15 फरवरी को जी-क्लब फायरिंग केस में जयपुर लाया था. 16 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश कर उसे 16 दिन की रिमांड पर लिया गया. 3 मार्च को उसे जयपुर जेल भेज दिया गया और 7 मार्च को बठिंडा जेल में स्थानांतरित कर दिया गया.

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