संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। अचानकमार टाइगर रिजर्व के वनगांव छपरवा से आत्महत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां PWD विभाग के एक कर्मचारी ने अपने घर पर गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों का आरोप है कि मृतक तहसीलदार, सरपंच पति सहित अन्य कुछ लोगों की प्रताड़ना से परेशान था, जिसके चलते उसने आत्महत्या की है। मृतक के पर्स से सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है, जिसके आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

बता दें कि मृतक का नाम रामचंद्र सोनी (उम्र 54 साल) है। मृतक के बेटे चंदू सोनी ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि उनके पिता ने सुसाइड नोट में तहसीलदार समेत सात लोगों का नाम लिखा है, जिनमें पूर्व जनपद सदस्य, कोटवार और सरपंच पति शामिल हैं। उन्होंने बताया कि गोबरीपाट में उनका घर है, जिसके सामने मौजूद खाली जगह पर उनके पिता ने परछी बनाई थी। जिसे अवैध बताकर तोड़ने की धमकी देते हुए गांव के सरपंच पति प्रकाश मरकाम ने मृतक रामचंद्र सोनी से 2 लाख रुपये ऐंठ लिए। इसके बाद भी सरपंच पति और कुछ अन्य लोग आए दिन उनसे पैसे मांग रहे थे। यहां तक कई बार उन्हें बीच रास्ते में भी रोककर पैसों की मांग की गई, आरोपियों ने उन्हें धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए तो घर पर बुलडोजर चलवाकर उन्हें गांव से भगा दिया जाएगा।

चंदू सोनी ने बताया कि बीते 20 सितंबर को गोबरीपाट में कोटा के तहसीलदार चंद्रप्रकाश साहू ने उनके पिता रामचंद्र सोनी को कब्जा हटाने को लेकर प्रताड़ित किया। इस दौरान सभी लोगों के सामने उनका मजाक बनाया गया, जिससे वह काफी आहत थे। इस दौरान जब घर वालों ने रामचंद्र सोनी को फोन किया तो उन्होंने बताया कि उन्हें भरी महफिल में अभद्रता का शिकार होना पड़ा, जिसकी वजह से वह टेंशन में हैं और घर आकर बात करेंगे। इसके बाद उन्होंने छपरवा स्थित घर में आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों ने मामले में जांच के बाद दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

सुसाइड नोट के अनुसार जांच के बाद होगी आगे की कार्रवाई – चौकी प्रभारी

इस घटना को लेकर खुड़िया पुलिस चौकी के प्रभारी सत्येंद्र गोस्वामी ने बताया कि छपरवा गांव में 54 वर्षीय व्यक्ति की लाश मिली है, जिनका पहचान रामचंद्र सोनी के रूप में किया गया है। उनके पर्स से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें कुछ लोगों के नाम का जिक्र सहित जमीन के संबंध में कुछ बातें लिखी गई हैं। इसके अलावा 2 लाख रुपये का लेनदेन भी सरपंच पति से लिखा गया है। इस पूरे मामले में सुसाइड नोट के अनुसार जांच के बाद आगे की कार्रवाई करने की उन्होंने बात कही है।

जानिए कोटा के तहसीलदार ने क्या कहा

कोटा के तहसीलदार चंद्रप्रकाश साहू से जब हमने बात की तो उन्होंने बताया कि 20 तारीख को वह भाई के शोक से कोटा कार्यालय आए थे। मृतक का प्रकरण पूर्व में नायब तहसीलदार रोशनी कवर के दफ्तर में चल रहा था। उन्होंने बताया कि वास्तव में मुझे ये तक नहीं पता कि वो मेरे समक्ष आए थे भी या नहीं।

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