नितिन नामदेव. रायपुर. नवरात्र में छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में गरबा हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है. इस बीच आज सोमवार को कई हिंदू संगठनों ने गरबा स्थल में गैर हिंदूओ के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए अपनी मांगो का एक ज्ञापन कलेक्टर और एसएसपी को सौंपा है.

 किन्नर अखाड़े से साध्वी सौम्या ने इस दौरान कहा है कि छत्तीसगढ़ में जो भी गरबा आयोजन होता है. वहां पर आयोजन सौम्य रूप से हो. इस तरह से हो ताकि किसी तरह की विवाद की स्थिति पैदा ना हो. उन्होंने कहा है कि पंडाल में प्रवेश करते समय सभी गरबा आयोजनकर्ता माता के भक्तों पर गंगा जल- गौ मूत्र का छिड़काव करे,  पंडाल में प्रवेश करते समय सभी के माथे पर तिलक लगाकर उन्हें प्रवेश कराएं. इसके अलावा भी कई मांगे उन्होंने इस ज्ञापन में की है.

तमाम संगठनों ने ये बात कही है कि गरबा खेलने जा रहे लोगों के आधार कार्ड चेक करने के बाद ही गरबा में एंट्री दी जाए. किन्नर अखाड़े से साध्वी सौम्या ने कहा है कि हमारी जो बहने हैं माताएं हैं उन्हें वस्त्र ऐसा धारण करें जो एक सभ्यता पूर्ण हो. वहां मादक पदार्थों का सेवन ना हो. गरबा में बाउंसर रखे जाए हैं.

इस दौरान विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू महासभा, किन्नर अखाड़ा, शिव सेना और हिंदू जागरण मंच समेत अन्य के पदाधिकारी मौजूद थे.

संगठनों ने रखी ये मांगे

1. गरबा पंडाल संचालक प्रवेश वाले स्थान पर आने वाले लोगों का आधार कार्ड चेक करें

2. एक रजिस्टार बना कर रखे जिससे उन सभी व्यक्तियों का नाम, पता, आधार नंबर और मोबाइल नंबर लिखा हो.

3. पंडाल में प्रवेश करते समय सभी के माथे पर तिलक लगाकर प्रवेश कराये.

4. पंडाल में प्रवेश करते समय गंगा जल-गौ मुत्र का छिड़काव किया जावे.

5. गरबा स्थल के 100 मीटर के दायरे में मांस मछली का विक्रय ना हो.