भुवनेश्वर : भुवनेश्वर में बीजू जनता दल (बीजद) के सदस्यों के बीच चल रही कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा घटनाक्रम में बीजद पार्टी ने अपने चार नेताओं को पार्टी में उनकी ‘अनुशासनहीनता’ गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अमरेश जेना, बिरंची महासुपाकर, बिबेक स्वैन और राजेश पात्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

बीजद के जिला अध्यक्ष सुशांत राउत ने नेताओं को नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा है कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए। घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए अमरेश जेना ने कहा, “हमने कभी पार्टी के भीतर दरार पैदा करने की कोशिश नहीं की, बल्कि हमने इसे ठीक करने की कोशिश की। हम कारण बताओ नोटिस का जवाब जरूर देंगे।”

“हम कारण बताओ नोटिस जारी करने के पार्टी के फैसले का सम्मान करते हैं। चाहे वह जमीनी कार्यकर्ता हो या पार्टी का वरिष्ठ नेता, पार्टी में अशांति पैदा करने वालों के खिलाफ समान कार्रवाई की जानी चाहिए। महासुपाकर ने कहा, हमने कभी पार्टी का विरोध नहीं किया। इससे पहले दिन में अमरेश जेना और बिरंची महासुपाकर का विरोध करने वाले करीब 25 से 30 बीजद पार्षद बस में सवार होकर पुरी के लोकनाथ मंदिर के लिए रवाना हुए।

पत्रकारों से बात करते हुए पार्षदों ने कहा कि वे भगवान लोकनाथ के दर्शन करने गए थे और कामना की कि भगवान उनकी प्रार्थना सुनें। उन्होंने यहां तक ​​कहा कि उन्होंने एकजुट रहने की कसम खाई है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्षदों ने अमरेश जेना और बिरंची महासुपाकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हाथ मिला लिया है।