पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। जिले में साल भर बाद आयोजित जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर को लेकर स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। हालांकि, 10 से ज्यादा विभागों के अधिकारी या तो देर से पहुंचे या फिर नहीं आए। जिससे कलेक्टर दीपक अग्रवाल काफी नाराज हुए, उन्होंने बताया कि अगली जिला स्तरीय शिविर में सभी अधिकारी बस में एक साथ निकलेंगे, ताकि सभी एक समय पर उपस्थित हो सकें।

बता दें कि बीते साल झाखरपारा में आयोजित जन समस्या निवारण शिविर के बाद आज सिनापाली में जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन हुआ। शिविर में 320 आवेदन मिले, जिनमें प्रपत्र परीक्षण और जांच संबंधित आवेदन को छोड़कर शेष का निराकरण शिविर में कर दिया गया। शिविर में कलेक्टर दीपक अग्रवाल सबसे पहले पहुंचे और स्टाल निरीक्षण के दौरान अधिकारियों की गैरहाजिरी का अनुमान लगा लिया। कुछ विभागों के अधिकारियों ने केवल प्रतिनिधि भेजे, जिससे कलेक्टर नाराज हुए, लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया और इसके बजाय समाधान निकाला। मंच से कलेक्टर ने ऐलान किया कि अगले जिला स्तरीय शिविर में सभी अधिकारी बस में उनके साथ जाएंगे। कलेक्टर के इस पहल का स्थानीय लोगों ने तालियों के साथ स्वागत किया। शिविर में पूर्व विधायक गोवर्धन माझी समेत कई स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे, जिन्होंने स्थानीय समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया।

अवैध रेत परिवहन पर नियंत्रण

शिविर में मौखिक रूप से स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर को बताया कि हितग्राही मूलक कार्य, जैसे पीएम आवास बनाने के लिए रेत परिवहन करने पर कुछ अधिकारी परिवहन को रोकने और ट्रैक्टर जब्ती के नाम पर बड़े खेल कर रहे थे। इस पर कलेक्टर ने एक दायरा तय करते हुए कहा कि हितग्राही मूलक कार्य के लिए हो रहे परिवहन पर कार्रवाई न की जाए। जिस गांव का हितग्राही है, उसी गांव के ट्रैक्टर से रेत मंगाई जाए। इसके अलावा, अगर व्यावसायिककरण किया गया, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने पीएम आवास का गुणवत्ता युक्त निर्माण कराने और नियमित मॉनिटरिंग करने का निर्देश भी दिया है।

स्वच्छता पखवाड़ा में आम सहभागिता के लिए अपील

कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने जनसमुदाय को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने स्वच्छता पखवाड़ा को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री स्वच्छता को लेकर गंभीर हैं। स्वच्छता केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि गांव से देश तक स्वच्छ बनाने में जनता की सहभागिता अहम है। इसलिए आप सभी बढ़चढ़कर स्वच्छता पखवाड़ा को सफल बनाने में अपना योगदान देना चाहिए।

सोनामुंडी से हटेगी शराब दुकान

सोनामुंडी में संचालित अंग्रेजी देशी शराब दुकान को हटाने के लिए ग्रामीण लामबंद हो गए हैं। यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो उन्होंने चुनाव बहिष्कार करने की रणनीति तक बना ली है। आज शिशु मंदिर प्रबंधन समिति ने भी शराब दुकान हटाने के लिए शिविर में कलेक्टर के समक्ष आवेदन दिया है। आवेदन लेने के बाद कलेक्टर ने शिशु मंदिर के प्राचार्य समेत ज्ञापन देने गए स्टाफ को कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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