ओस्लो। लेबनान में हिजबुल्लाह नेताओं को मारने के लिए इजराइल द्वारा किए पेजर विस्फोटों के मामले में सामने आए भारतीय मूल का रिनसन जोस लापता हो गया है. केरल के वायनाड में जन्मे रिनसन जोस के पिछले सप्ताह अमेरिका की कार्य यात्रा के दौरान लापता होने के बाद नॉर्वे ने उनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय तलाशी वारंट जारी किया है.
रॉयटर्स ने नॉर्वे की पुलिस के हवाले से बताया कि “25 सितंबर को ओस्लो पुलिस जिले को पेजर मामले के संबंध में एक गुमशुदगी की रिपोर्ट मिली. गुमशुदगी का मामला खोला गया है और हमने उस व्यक्ति के लिए अंतरराष्ट्रीय वारंट भेजा है.”
बल्गेरियाई कंपनी-नोर्टा ग्लोबल लिमिटेड के संस्थापक जोस कथित तौर पर लेबनान के उग्रवादी समूह हिजबुल्लाह को पेजर आपूर्ति श्रृंखला का हिस्सा थे, जो मध्य पूर्व में पूर्ण युद्ध की बढ़ती आशंकाओं के बीच सितंबर के तीसरे सप्ताह में विस्फोट हो गया.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, कथित पेजर इजरायल द्वारा विस्फोटित किए गए थे, जिसके परिणामस्वरूप लेबनान में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हो गए.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि पेजर को सोफिया स्थित नॉर्टा ग्लोबल लिमिटेड के माध्यम से हिजबुल्लाह को बेचा गया था, जिसकी स्थापना 2022 में रिनसन जोस ने की थी और पिछले साल यूरोपीय संघ के बाहर परामर्श गतिविधियों के लिए 650,000 यूरो ($725,000) का राजस्व घोषित किया था.
नॉर्वे की सुरक्षा पुलिस (PST) ने भी उन रिपोर्टों की प्रारंभिक जांच शुरू की है, जिनमें कहा गया है कि नॉर्वे के स्वामित्व वाली एक कंपनी पेजर की बिक्री से जुड़ी थी. हालांकि, बुल्गारिया ने कंपनी को क्लीन चिट देते हुए कहा कि नॉर्टा ग्लोबल का ईरान समर्थित आतंकवादी संगठन को विस्फोटक संचार उपकरणों की डिलीवरी से कोई लेना-देना नहीं है.
रिपोर्ट्स का दावा है कि पेजर का निर्माण हंगरी की फर्म BAC कंसल्टिंग द्वारा ताइवान की फर्म गोल्ड अपोलो के ट्रेडमार्क के तहत किया गया था, उन्हें कथित तौर पर नॉर्टा ग्लोबल के माध्यम से हासिल किया गया था.
रिपोर्ट के अनुसार, वायनाड के ओंडायांगडी गांव में एक दर्जी दंपति के घर जन्मे जोस इस साल जनवरी में आखिरी बार घर आए थे. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उनके भाई ब्रिटेन में रहे जबकि उनकी बहन आयरलैंड में नर्स के तौर पर काम करती थीं. व्यवसायी अपनी पत्नी के साथ नॉर्वे में रहते हैं.
जोस के चाचा, थंकाचन ने बताया कि रिनसन ने मैरी माथा कॉलेज, मनंतावडी से स्नातक किया है. उन्होंने एमबीए की पढ़ाई पूरी की और नॉर्वे में केयरटेकर के तौर पर चले गए और बाद में कुछ व्यावसायिक फर्मों में चले गए. चाचा थंकाचन ने आगे कहा कि उन्हें नॉर्वे में उनकी नौकरी या उनके व्यवसाय के बारे में कोई जानकारी नहीं है.