देवेंद्र चौहान, भोजपुर। तीन अक्टूबर से शुरू होने वाले शारदीय नवरात्रि की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। पांडालों में नवरात्रि के पहले दिन आदिशक्ति को विराजमान किया जाएगा। इसके लिए मां दुर्गा की मूर्तियों को आकार देने और सजाने संवारने के काम में मूर्तिकार जुटे हुए हैं।

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देश भर में आदिशक्ति की उपासना का पर्व 3 से 12 अक्टूबर तक धूमधाम से मनाया जाएगा। नवरात्रि शुरू होने में एक दिन का समय शेष बचा है। इसके चलते मूर्तिकार भी आदिशक्ति की प्रतिमाओं को अंतिम आकर देने के साथ ही उनको सजाने संवारने में जुट हुए हैं। हाथों के हुनरमंद मूर्तिकार संतोष प्रजापति ने बताया कि, अधिकांश मूर्तियां 4 से 6 फुट की बनाई गई हैं। जबकि कुछ मूर्तियां 10 से 12 फुट तक की तैयार हो रही है।

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एक मूर्ति को तैयार करने में करीब 8 से 10 दिन लगते हैं। मिट्टी को छानना, गीला कर कूटना व आटे की तरह माडना होता है। इसके बाद गोंद ,अखबार आदि के सहारे मूर्तियों को आकर दिया जाता है। इस समय नवरात्रि के लिए मूर्तियों को सजाने संवारने में जुटे कारीगरों ने बताया कि मूर्तियों की तैयारी अंतिम चरण में हैं। आर्डर के हिसाब से मूर्तियां बन रही हैं।

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