Electric Vehicle Sales Increased: सितंबर में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बिक्री में साल-दर-साल 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. कुल ईवी रजिस्ट्रेशन (सभी सेगमेंट मिलाकर) 1.49 लाख रहे. पिछले साल सितंबर में 1.19 लाख ईवी रजिस्टर हुए थे.

इस साल यह आंकड़ा 1.47 लाख रहा. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में 19 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इस दौरान कुल 8.37 लाख ईवी रजिस्टर हुए.

पिछले साल इसी अवधि में 7.02 लाख वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था. वाहन पोर्टल के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाहनों (कार और एसयूवी) की बिक्री 43,120 यूनिट रही.

पिछले साल इसी अवधि में 42,550 ई-पैसेंजर वाहन बिके थे. पहली तिमाही में बिक्री 8.6 फीसदी बढ़कर 22,749 यूनिट रही. दूसरी तिमाही में बिक्री 6% घटकर 20,141 यूनिट रह गई.

सितंबर में दोपहिया ईवी की बिक्री 40% बढ़ी, 88 हजार बिके

सितंबर में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री 88 हजार यूनिट रही. सितंबर 2023 में यह 63 हजार यूनिट और अगस्त 2024 में 87 हजार यूनिट रही. यानी सालाना आधार पर 40% की बढ़ोतरी हुई.

सितंबर में ओला इलेक्ट्रिक ने 23,965 यूनिट बेची, जो 24 अगस्त में 26,928 यूनिट थी. बजाज ने 18,933 यूनिट बेची, अगस्त में 16,650 बिकी. इससे बजाज टीवीएस मोटर को पछाड़कर दूसरे स्थान पर पहुंच गई.

सितंबर में इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर का रजिस्ट्रेशन 54 हजार यूनिट रहा. सितंबर 2023 में यह 49 हजार यूनिट और अगस्त 2024 में 52 हजार यूनिट रहा. यानी सालाना आधार पर 10% की बढ़ोतरी हुई.

देश के चार्जिंग स्टेशनों पर बिजली की खपत दोगुनी हुई

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ईवी पब्लिक चार्जिंग स्टेशनों (पीसीएस) पर बिजली की खपत सालाना आधार पर दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है. इस दौरान 17.69 करोड़ यूनिट ऊर्जा की खपत हुई, जो सालाना आधार पर 108% से भी ज्यादा है.

भारत में 2023-24 में 16.82 लाख ईवी थे, जो जुलाई 2024 तक बढ़कर 45.75 लाख हो गए हैं. देश में 2030 तक 5 करोड़ ईवी होने की उम्मीद है, जिनका बाजार 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है. (Electric Vehicle Sales)