पंजाब के सीएम भगवंत मान लगातार लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुनते और तुरंत समाधान करते रहते हैं. इस वजह से लोग उन्हें काफी पसंद करते हैं. इस बार जब मुख्यमंत्री अपने पैतृक गांव सतौज पहुंचे, तो वहां के लोगों से मिलकर भावुक हो गए. उन्होंने गांववासियों से अपील की कि वे हमेशा आपसी भाईचारे और सौहार्द्र को बनाए रखें.

पंजाब में होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान एक्शन मोड में हैं. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वे पहली बार वीरवार को अपने पैतृक गांव सतौज पहुंचे. उन्होंने गांववासियों के साथ बैठक की और सभी से सर्वसम्मति से सरपंच चुनने की अपील की. मान ने उम्मीद जताई कि गांववासी उनकी बात का सम्मान करेंगे. जब पत्रकारों ने उनकी सेहत के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि अब वे ठीक हैं और गांव में आकर और भी फिट महसूस कर रहे हैं.

सरपंच गांव का होगा, किसी पार्टी का नहीं – भगवंत मान

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि वे चाहते हैं कि पंजाब में पंचायत चुनाव शांति और सौहार्द्र से हों. उन्होंने कहा कि सरपंच को गांव के विकास के लिए सरकार से धन मिलना चाहिए और वह गांव का ही होना चाहिए, किसी पार्टी का नहीं. इसी वजह से उन्होंने पंचायत चुनाव पार्टी चिह्न पर नहीं करवाने का फैसला किया है.

भाईचारे को बनाए रखें – मुख्यमंत्री मान

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बुजुर्ग कहते हैं कि व्यक्ति चाहे कितना भी बड़ा बन जाए, वह अपने गांव के लोगों, अपने रिश्तेदारों और साथियों से बड़ा नहीं होता. हम इन गलियों में खेले हैं और अब मैं आपसे निवेदन करने आया हूं कि आप भाईचारे को बनाए रखें. उन्होंने कहा कि विधायक या सांसद के बारे में लोग कह सकते हैं कि वे उन्हें नहीं जानते, लेकिन सरपंच और गांव के अन्य लोगों के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता. पंजाब में किसी भी गलत कानून को लागू नहीं होने दिया जाएगा.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने गांव के गुरुद्वारे में माथा टेका और इस बारे में जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की. उन्होंने लिखा कि उन्होंने गुरु चरणों में अरदास की है कि पंजाब में एकता और भाईचारा बना रहे.