भुवनेश्वर. हाथियों के हमलों से लगातार हो रही लोगों की मौतें एक बार फिर गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं. ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के कोईदा वन क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले पटमुंडा गांव में हाथी के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो जाने का मामला सामने आया है. मृतक की पहचान 50 वर्षीय समा मुंडा के रूप में की गई है, जो पटमुंडा गांव के हरचंदा साही का निवासी था.

elephant_trunk-sixteen_nine

घटना के वक्त मुंडा परिवार गुरुवार की रात अपने घर में सो रहा था, जब एक जंगली हाथी भोजन की तलाश में गांव में आ गया. हाथी ने उनके कच्चे घर को तोड़ दिया, जिससे जान बचाने के लिए सभी इधर-उधर भागने लगे. दुर्भाग्यवश, हाथी ने समा को पकड़ लिया और उस पर हमला कर दिया. पहले हाथी ने समा को अपनी सूंड से उठाकर जमीन पर पटक दिया और फिर पैरों से कुचलकर उसकी जान ले ली. गुस्से में हाथी ने उसके बाद गांव के कुछ और घरों को नुकसान पहुंचाया, लेकिन ग्रामीणों के जागने पर उसे जंगल की ओर खदेड़ दिया गया.

घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी गांव पहुंचे और मामले की जांच शुरू की. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए कोईदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भेजा गया. इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया, जिन्होंने मृतक के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है.

वन विभाग द्वारा हाथियों की गतिविधियों पर नज़र न रख पाने के कारण हाथी के हमलों से होने वाली मौतों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है.

एक नाराज स्थानीय निवासी ने कहा, “लगातार हो रही मौतों के बावजूद वन विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. लोगों में गुस्सा साफ दिखाई दे रहा है, और यह एक लंबे समय से जमा हो रहा है, जो कभी भी विस्फोटक स्थिति पैदा कर सकता है.”