अनूप दूबे, कटनी।  कटनी जिले की ढीमरखेड़ा तहसील के जंगलों के बीच स्थित छोटे से ग्राम करौंदी में भारत का भौगोलिक केंद्र स्थान महर्षि विश्वविद्यालय और महर्षि वेद विज्ञान पीठ संचालित है। करौंदी गांव के जंगल में बीते दिनों जंगली जानवर के हमले से मजदूर की मौत ने क्षेत्र में दहशत बढ़ा दी है। आने जाने वाले लोगों में जंगली जानवर को लेकर डर का माहौल है।

केंद्र स्थान और विश्वविद्यालय के आसपास जहां चहल-पहल रहती थी, वहां आज सन्नाटा छाया हुआ हैं। घटनास्थल के आसपास अकेले निकलने में लोगों को डर लगता है इस क्षेत्र में देश विदेश के लोगों का भी आना जाना है। गरीबी के आलम में मजबूरन खेत में झोपड़ी बनाकर कुछ परिवार छोटे बच्चों के साथ रहने को मजबूर हैं।

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स्थानीय निवासियों ने बताया कि, छोटे से ग्राम करौंदी स्थित भारत के भौगोलिक केंद्र स्थान में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर महर्षि महेश योगी और राम मनोहर लोहिया जी का विशेष लगाव वाला स्थान है। सभी ने यहां के विकास के लिए प्रयास किया, लेकिन विकास नहीं हो पाया। ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत के भौगोलिक केंद्र स्थान के विकास के साथ जंगली जानवरों से व्यवस्था बनाने की मांग की है।

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बतादें कि, महर्षि वेद विज्ञान पीठ में भारत देश के कोने-कोने से तकरीबन दो हजार वेदपाठी ब्राह्मण और स्टाफ है। जंगलों के बीच बने निवास में रहने में जंगली जानवरों की दहशत से परेशान हैं। क्षेत्र में यह पहली घटना है। जब जानवर ने किसी इंसान का शिकार किया है। इसके पहले इंसानों ने ही जानवरों को अपना शिकार बनाया है।

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