यूपी पुलिस के 24 प्रांतीय पुलिस सेवा (PPS) अधिकारियों को आईपीएस संवर्ग में प्रोन्नति देने के लिए सोमवार को लोकभवन में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. जिसमें विभागीय प्रोन्नति कमेटी (Departmental Promotion Committee) की चर्चा के बाद इन सभी अधिकारियों को आईपीएस पद पर प्रोन्नति देने के लिए सहमति बनी. हालांकि, पीपीएस अधिकारी संजय कुमार यादव की जांच लंबित रहने के कारण उनके प्रमोशन पर निर्णय को लिफाफे में बंद रखा गया है.
पुलिस मुख्यालय की जानकारी के अनुसार, 1995 और 1996 बैच के पीपीएस अधिकारियों की प्रोन्नति के लिए ये बैठक की गई थी. इसमें लोकसेवा आयोग के सदस्य, प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार, और अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार उपस्थित थे.
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इस बैठक में जिन अधिकारियों को आईपीएस में प्रोन्नति दी जानी है उनमें बजरंग बली, डॉ. दिनेश यादव, समीर सौरभ, मो. इरफान अंसारी, अजय प्रताप, नेपाल सिंह, अनिल कुमार, कमलेश बहादुर, राकेश कुमार सिंह, लाल भरत कुमार पाल, रश्मी रानी, अनिल कुमार यादव, संजय कुमार, शैलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, लक्ष्मी निवास मिश्र, राजेश कुमार श्रीवास्तव, चिरंजीव नाथ सिन्हा, विश्वजीत श्रीवास्तव, मनोज कुमार अवस्थी, अमृता मिश्रा, रोहित मिश्रा, शिवराम यादव, अशोक कुमार, और दीपेंद्र नाथ चौधरी शामिल हैं.
इनका नहीं खुला लिफाफा
संजय कुमार यादव, जो वर्ष 1993 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं, की जांच लंबित रहने के कारण उनके प्रमोशन पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है. यह मामला विभागीय प्रक्रियाओं के तहत आगे बढ़ेगा और उनकी स्थिति का मूल्यांकन किया जाएगा. इस प्रोन्नति से यूपी पुलिस के कार्यक्षेत्र में सुधार और आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जो कि पुलिस सेवा में गुणवत्ता और प्रभावशीलता को बढ़ाने में सहायक होगा.
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