रायपुर- पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक ननकी राम कंवर की शिकायत के बाद आखिरकार भूपेश सरकार ने डीजी मुकेश गुप्ता के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं. जांच का जिम्मा डीजी (जेल) गिरधारी नायक को सौंपा गया है. नायक दो महीने में तमाम शिकायतों की बारीकी से जांच कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगे.
पिछले दिनों विधानसभा सत्र के दौरान ननकीराम कंवर ने मुकेश गुप्ता के खिलाफ सात पेज का शिकायती पत्र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंपकर जांच की मांग की थी. बघेल ने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान ही ऐलान किया था कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी. कंवर ने अपनी शिकायत में मुकेश गुप्ता पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने अपने पत्र में मुकेश गुप्ता की कथित दूसरी पत्नी मिक्की गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले की भी जांच की मांग की है. कंवर ने अपने पत्र में लिखा था कि मिक्की मेहता के परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए जांच की मांग की थी, लेकिन मामले में किसी तरह की जांच नहीं हुई उल्टा मिक्की गुप्ता के परिजनों पर कई तरह के गंभीर अपराध दर्ज करा दिए गए.
कंवर ने पत्र में यह भी आरोप लगाया था कि मुकेश गुप्ता की पदोन्नति नियम विरूद्ध तरीके से की गई थी. उन्होंने अपनी शिकायत में यह भी कहा था कि ईओडब्ल्यू/एसीबी में पदस्थ सूबेदार रेखा नायर के नाम से मुकेश गुप्ता पर करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्ति खरीदने और उसके जरिए नेताओं, अधिकारियों का फोन अवैध तरीके से इंटरसेप्ट कराया गया. इस मामले की शिकायत के बाद उसे जबरिया डराकर दूसरे प्रांत भेज दिया गया. कंवर ने परिस्थितियों को देखते हुए रेखा नायर को दूसरे प्रदेश से बुलाकर बयान लिए जाने की मांग की है. कंवर ने अपने पत्र में राजनांदगांव के मदनवाड़ा में नक्सलियों से मुठभेड़ में पुलिस अधीक्षक विनोद चौबे की शहादत में मुकेश गुप्ता की भूमिका की आशंका जताते हुए इसकी भी जांच कराए जाने की मांग की थी.