अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन जिला मुख्यालय पर आज किसान जागृति संगठन के आह्वान पर किसानों ने फसलों के भाव और बेतवा परियोजना को लेकर बड़ा प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में किसानों ने 125 ट्रैक्टरों के साथ कृषि उपज मंडी में एकत्र होकर कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली।

किसानों की मांग है कि, उनकी फसलों को लागत मूल्य नहीं, लाभकारी मूल्य दिया जाए। धान बासमती मूल्य 6000 रुपए प्रति क्विटल, देसी धन 3100 रुपए प्रति क्विटल, सोयाबीन 6000 रुपए प्रति क्विटल, गेहूं 3000 रुपए।प्रति क्विटल की दर से दिया जाए। इसके साथ ही सभी फसलों का लाभकारी मूल्य (MSP) निश्चित की जाए।

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किसानों ने कहा कि महंगाई को देखते हुए हर साल MSP में 10% की बढ़ोतरी होनी चाहिए। बेतवा परियोजना को लेकर भी किसानों में रोष है। उन्होंने कहा कि, बेतवा केन परियोजना के डेम प्रस्तावित था। जिसकी डीपीआर भी बन गई थी लेकिन किन्हीं (राजनैतिक) अंतर्गत रायसेन जिले के गौहरगंज कारणों से मकोड़िया डेम निरस्त व्यवस्था हो सकती थी। रायसेन जिले के 200 ग्राम एवं विदिशा जिले के 200 विदिशा, सलामतपुर, सांची, बासौदा सहित नागरिकों को भारी रोष है। जिले की से छेड़छाड़ का विरोध किया है।

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किसानों ने रायसेन जिले की सीमाओं में किसी भी तरह के बदलाव का भी विरोध किया। उनका कहना है कि रायसेन जिले की सांची, भीमबैठका और भोजपुर जैसी ऐतिहासिक धरोहरें और मंडीदीप जैसा औद्योगिक क्षेत्र रायसेन जिले की पहचान हैं।
किसानों ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाए रखेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।

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