लखनऊ। महाकुंभ-2025 में चार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए जाएंगे। इसके माध्यम से मेला प्रशासन पूरी दुनिया को ग्रीन एवं स्वच्छ महाकुंभ का संदेश देगा। इस पर कुल 4.87 करोड़ रुपये खर्च होंगे।मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 के शीर्ष समिति की 11वीं बैठक, 8 अक्टूबर को आयोजित की गई। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि महाकुंभ मेला 2025 के आयोजन में कुछ महीने ही बचे हैं। उन्होंने कहा संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव या प्रमुख सचिव स्थलीय निरीक्षण कर निर्माणाधीन परियोजनाओं का कार्य निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ तय समय में पूरा कराना सुनिश्चित कराएं।
बनेगा विश्व रिकॉर्ड
मेला प्रशासन की ओर से एक हजार ई-रिक्शे की परेड निकाली जाएगी, जो एक रिकॉर्ड होगा। एक साथ 15 हजार लोगों के माध्यम से घाटों की सफाई का रिकॉर्ड बनाया जाएगा। इसके अलावा एक अन्य रिकॉर्ड नदियों की सफाई का भी बनेगा। 300 लोग एक साथ नदी में उतरेंगे और सफाई अभियान को गति देने के साथ ही पूरे विश्व को स्वच्छता का संदेश देंगे।
आईआईटी- कानपुर करेगा समग्र मूल्यांकन
महाकुंभ-2025 का आईआईटी-कानपुर द्वारा समग्र मूल्यांकन करने के लिए 95.53 लाख रुपए के प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान किया। आईआईटी कानपुर की टीम पुलिस सिक्योरिटी एवं उनके डिप्लॉयमेंट प्लान्स, ट्रैफ़िक एवं श्रद्धालुओं के मूवमेंट एक्सपीरियंस, मेले संबंधित सभी कार्यों की प्लानिंग, ऑर्गेनाइजेशन एवं प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्ट्रेटेजीज़ तथा मेले के सोशियो इकोनॉमिक इम्पैक्ट के बारे में रिसर्च कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
इन मुख्य प्रस्तावों को मिली मंजूरी
- 2.81 करोड़ से रैना मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण
- 8 करोड़ से अस्थायी वेयर हाउस व चहारदीवारी, पहुंच मार्ग बनेगा
- 19.57 करोड़ से शास्त्री ब्रिज से संगम नोज तक सरकुलेटिंग एरिया की वृद्धि होगी
- 3200 अतिरिक्त सफाई मजदूरों को 90 दिनों के लिए आउटसोर्सिंग पर रखा जाएगा
- 3.47 करोड़ से शास्त्री पुल एवं फाफामऊ पुल पर वर्टिकल गार्डन बनेगा
- 9.58 करोड़ कल्पवासियों-श्रद्धालुओं को शासन से निर्धारित मूल्य पर खाद्यान्न, चीनी एवं रसोई गैस दी जाएगी
- 4.97 करोड़ रुपये यमुना रिवरफ्रंट के लिए, वाटर लेजर शो व बोट क्लब आदि का भी रहेगा बंदोबस्त