विक्रम मिश्र, लखनऊ. आस्था का महापर्व महाकुंभ की तैयारी ज़ोरशोर से चल रही है, जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ही इसकी कमान संभाले हुए हैं. अक्षयवट कॉरिडोर का कार्य भी अंतिम पायदान पर है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं करेंगे. इन सभी के बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मेले में गैर सनातनियों की एंट्री पर रोक लगाने की मांग की है.

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परिषद ने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह किसी गैर सनातनी से कोई सामान ना खरीदें. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा कि यह सही समय है कि हम उन लोगों का बहिष्कार करें, जो कभी खाने में थूक लगाकर तो कभी यूरिन मिलाकर हमारा धर्म भ्रष्ट करने की कोशिश करते हैं.

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उन्होंने सनातनियों के लिए जारी अपील में कहा है कि अपना धर्म की रक्षा के लिए ऐसे लोगों की पहचान करनी होगी. इसके लिए मेला क्षेत्र में घुसने वाले प्रत्येक महिला पुरुष के आधार कार्ड की जांच होनी चाहिए, जिससे मेले में असामाजिक तत्वों की एंट्री पर रोक लगाई जा सके. उन्होंने साधु संतों, श्रद्धालुओ और भक्तों से अपील करते हुए कहा कि खाने पीने का सामान केवल उन्हीं लोगों से खरीदा जाना चाहिए, जिनके मन मे सनातन के प्रति सम्मान हो.

सरकारी कर्मचारी भी सनातनी हो

इसी के साथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद मेले में ड्यूटी भी केवल सनातन धर्म के मानने वालों की लगाने को कहा है. महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि कई ऐसे भी मुस्लिम हैं, जो गरीब हैं और अपनी मेहनत से अपना भरण पोषण करते हैं. ऐसे कई मुस्लिम अखाड़ों के लिए भी काम करते आ रहे हैं. बस आपत्ति उन लोगों से हैं, जो जिहाद में शामिल हैं.

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