लक्षिका साहू, रायपुर। महादेव सट्टा एप घोटाला मामले में संचालक सौरभ चंद्राकर को इंटरपोल ने दुबई से गिरफ़्तार किया है. इस पर विधायक राजेश मूणत ने कहा बीजेपी इसके संचालन के पीछे संलिप्त सभी पर कार्रवाई करेगी. वहीं पीसीसी चीफ दीपक बैज सवाल कर रहे हैं कि आखिर किस-किस को कमीशन मिल रहा है. इसे भी पढ़ें : लीज अवधि खत्म होने के बाद किया रेत का अवैध खनन, ठेकेदार के साथ पंचायत प्रतिनिधियों को भेजा 4 करोड़ की वसूली का नोटिस…

महादेव सट्टा एप के संचालक सौरभ चंद्राकर की गिरफ़्तारी को लेकर एक बार फिर भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने हैं. विधायक राजेश मूणत ने इस बड़ी करवाई को लेकर कहा है कि बीजेपी लगातार इस अभियान में जुटी है, जो इसका बैकसपोर्ट कर संचालन करते थे, उन पर कार्रवाई हो रही है. छत्तीसगढ़ का पुलिस विभाग काम कर रहा है. जितने लोग घोटाले में संलिप्त हैं, सभी पर बीजेपी सरकार कार्रवाई करती रहेगी.

वहीं विधायक राजेश मूणत के बयान पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने सवाल किया है डबल इंजन की सरकार 10 महीने के बाद भी महादेव सट्टा एप बंद क्यों नहीं कर पाई. उन्होंने कहा कि सरकार को कार्रवाई करने से किसने रोका है. महादेव सट्टा एप में सबसे ज़्यादा एफआईआर, कार्रवाई और गिरफ़्तारी कांग्रेस की सरकार में हुई, और इसे बंद करने हमने केंद्र सरकार को चिट्ठी भी लिखी थी. बीजेपी ने अब तक कितने एफआईआर और गिरफ़्तारियां की है.

उन्होंने कहा कि महादेव एप के नाम से चुनाव लड़ने वाली सरकार को शपथ ग्रहण के साथ एप बंद कर देना चाहिए था. लेकिन जिस मुद्दे को लेकर बीजेपी ने चुनाव में विपक्ष के ख़िलाफ़ एजेंडा तैयार किया आज दस महीने के बाद भी
महादेव सट्टा एप बंद नहीं करा पाई. बैज ने सवाल उठाया कि किसको-किसको कमीशन मिल रहा है, ये सरकार बताए और आखिर अब तक एप बंद क्यों नहीं हो सका है.