मुंबई। हुंडई मोटर इंडिया (HMIL) 15 अक्टूबर को अपना मेगा-इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) लॉन्च करने के लिए तैयार है. 27,756 करोड़ रुपए का भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओर 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड में बेचा जाएगा, जिसमें लॉट साइज 7 इक्विटी शेयर और उसके बाद इसके गुणक होंगे. कंपनी के शेयर 22 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई दोनों पर सूचीबद्ध होंगे.

यह इश्यू पूरी तरह से दक्षिण कोरियाई प्रमोटर हुंडई मोटर कंपनी द्वारा 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री के लिए ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) है. इस इश्यू के लिए बोली 17 अक्टूबर को बंद हो जाएगी, जबकि इश्यू के लिए एंकर बुक की घोषणा 14 अक्टूबर को की जाएगी.

हुंडई मोटर इंडिया का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 170 रुपए पर पहुंच गया है. बेहतर प्रीमियम निवेशकों के लिए सिंगल डिजिट लिस्टिंग पॉप का संकेत भी दे रहा है. हालांकि, कुछ दिन पहले GMP 270 रुपए प्रति शेयर पर था, जबकि इस महीने की शुरुआत में यह लगभग 400 रुपए के आसपास था.

ब्रोकरेज फर्मों का अब तक इस इश्यू पर सकारात्मक दृष्टिकोण है. उनका मानना ​​है कि कंपनी अपने नए लॉन्च, मजबूत ब्रांड रिकॉल और प्रीमियमाइजेशन पर ध्यान केंद्रित करने के कारण लंबे समय में लगातार वृद्धि के लिए तैयार है. हालांकि, OFS बिक्री की पूरी प्रकृति और आक्रामक मूल्य निर्धारण इस इश्यू के लिए भावनाओं को प्रभावित कर सकता है.

हुंडई ने ऐतिहासिक रूप से भारत में अपने लिए एक स्थिर शेयर बाजार सुनिश्चित किया है. यह बिक्री के बाद की सुगम और सस्ती सेवा के कारण भारतीय उपभोक्ता आधार के बीच बनी वफ़ादारी का सबूत है. अरिहंत कैपिटल मार्केट्स ने अपने आईपीओ नोट में कहा कि कोरिया से आरएंडडी और चेन्नई में एक स्वचालित फैक्ट्री से लैस कंपनी अपने वितरण का विस्तार करते हुए अपने संचालन को अनुकूलित करने में सक्षम रही है.

फर्म का कहना है कि हुंडई धीरे-धीरे ईवी सेगमेंट में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की योजना बना रही है. कंपनी ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के बीच सबसे अधिक RoNW भी दर्ज किया है. हमारा मानना ​​है कि कंपनी अपनी विविध पेशकशों के साथ भारत में बढ़ते पीवी बाजार का लाभ उठा सकती है. हमारे पास इस इश्यू के लिए ‘लंबी अवधि के लिए सदस्यता’ रेटिंग है.

निवेशक हुंडई की अनुमानित विकास क्षमता और मूल्यांकन के आधार पर अपने पोर्टफोलियो को फिर से आवंटित कर सकते हैं, जिससे इसके प्रतिस्पर्धियों के शेयर मूल्य पर दबाव पड़ सकता है. हुंडई का आईपीओ भारत में दो दशकों में पहला प्रमुख ऑटो आईपीओ है, जो वैश्विक निवेशकों की महत्वपूर्ण रुचि को आकर्षित कर सकता है, वहीं यदि लिस्टिंग को ओवरवैल्यूड माना जाता है तो इसका नकारात्मक प्रभाव हो सकता है.

हुंडई मोटर आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स, जेपी मॉर्गन इंडिया और मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी हैं, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार है.