नई दिल्ली. बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हाल ही में एक दुर्गा पूजा मंडप पर हुए हमले और सतखीरा में जेशोरेश्वरी काली मंदिर में चोरी की घटनाओं को लेकर भारत ने गहरी चिंता व्यक्त की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इन घटनाओं को “घृणित कृत्य” बताते हुए बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.

एक व्यवस्थित पैटर्न पर कर रहे हमले

जायसवाल ने कहा, “हमने ढाका के तांतीबाजार में पूजा मंडप पर हमले और सतखीरा में मंदिर में चोरी की घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की है.” उन्होंने इन घटनाओं को एक तय किए गए “पैटर्न” का हिस्सा बताया, जिसमें मंदिरों और देवताओं को अपवित्र करने के प्रयास किए जा रहे हैं. भारत ने इन घटनाओं को एक तय पैटर्न से बताया और बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं, अल्पसंख्यकों और पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने की मांग की.

बता दें, पुराने ढाका के तांतीबाजार इलाके में एक दुर्गा पूजा मंडप में ‘क्रूड बम’ फेंके जाने की घटना के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह बयान दिया है. बांग्लादेश के प्रोथोमालो की रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों ने कांच की बोतल में पेट्रोल भरकर एक बम बनाया था. यह घटना शुक्रवार को शाम लगभग 7 बजे हुई, जब युवकों के एक समूह ने पूजा मंडप के पास बम फेंका. बम फेंकने से मंडप में हल्की आग लगी लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई.

जायसवाल ने कहा, “हम बांग्लादेश सरकार से विशेष रूप से इस त्योहार के दौरान हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान देने की अपील करते हैं.” स्थानीय लोगों ने बताया कि जब स्वयंसेवक हमलावरों का पीछा कर रहे थे, तो उन पर चाकुओं से हमला किया गया.

बता दें, इन घटनाओं ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंताओं को और बढ़ा दिया है, और भारत ने इस मामले में ठोस कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है.