Rajasthan Politics: राजस्थान में इस साल 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। हालांकि, अभी चुनाव आयोग की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। बीजेपी और कांग्रेस के नेता लगातार उपचुनाव वाले जिलों का दौरा कर रहे हैं और संभावित उम्मीदवारों पर मंथन कर रहे हैं। इसी कड़ी में बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक रविवार को होगी, जिसमें उपचुनाव के प्रत्याशियों के नामों पर विचार किया जाएगा।

बैठक में शामिल होंगे ये नेता

भाजपा के प्रदेश कार्यालय में होने वाली इस कोर कमेटी की बैठक में प्रत्याशियों के नामों का पैनल तैयार किया जाएगा। सहमति के बाद इसे केंद्रीय नेतृत्व के पास भेजा जाएगा। बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, प्रदेश सह प्रभारी विजया रहाटकर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी और प्रेमचंद बेरवा सहित अन्य प्रमुख नेता शामिल होंगे।

दो सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला

बीएपी (BAP) ने सलूंबर और चौरासी सीटों पर किसी से गठबंधन न करने का ऐलान किया है, जिससे इन सीटों पर बीजेपी, कांग्रेस और बीएपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा। राजस्थान की रामगढ़ सीट सहित कुल 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। रामगढ़ सीट कांग्रेस विधायक जुबेर खान के निधन के बाद खाली हुई, वहीं सलूंबर सीट बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के कारण खाली हो गई। बाकी 5 सीटों पर निर्वाचित विधायक लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं।

राजस्थान की इन 7 सीटों पर होंगे उपचुनाव

देवली उनियारा सीट: कांग्रेस विधायक हरीश मीणा सांसद बन चुके हैं।
दौसा सीट: कांग्रेस विधायक मुरारीलाल मीणा सांसद बन चुके हैं।
झुंझुनूं सीट: कांग्रेस विधायक बृजेंद्र ओला सांसद बन चुके हैं।
चौरासी सीट: बीएपी विधायक राजकुमार रोत सांसद बन चुके हैं।
खींवसर सीट: आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल सांसद बन चुके हैं।
सलूंबर सीट: बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा का निधन हो चुका है।
रामगढ़ सीट: कांग्रेस विधायक जुबेर खान का निधन हो चुका है।

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