रायपुर- आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने आज अटल विकास नगर में स्थित पर्यावास भवन में छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल तथा अटलनगर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। अकबर ने इसके बाद दोनों संस्थाओं के अधिकारियों की बैठक लेकर कामकाज की जानकारी ली।

अटलनगर में विभिन्न संस्थाओं को आवंटित
जमीनों के संबंध में मंगाई रिपोर्ट

मोहम्मद अकबर ने अटल नगर विकास प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की भी बारीकी से समीक्षा की। अधिकारियों ने अटलनगर के विकास के लिए बनाए गए तीन चरणों के प्लान की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों के लिए निर्धारित निविदा प्रक्रिया से लेकर पूर्ण होने तक की जाने वाली कार्रवाईयों को विस्तार से समझा। अकबर ने अधिकारियों को इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट जल्द से जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकरण की ग्राम विकास योजना के तहत 13 गांवों का विकास किया जाना है। इनमें से 3 गांवों-नवागांव (खपरी), कयाबांधा और राखी में यह योजना लागू कर दी गई है। अकबर ने कहा कि योजना में शामिल अन्य गांवों में विकास कार्य कराने किन-किन मदों से राशि दी जा सकती है। उसकी विस्तृत रिपोर्ट तत्काल उपलब्ध कराएं। अकबर ने बीआरटीएस बसों के संचालन की प्रक्रिया की जानकारी ली और इससे संबंधित पूरी रिपोर्ट उन्होंने अधिकारियों से मंगायी। उन्होंने सेक्टर-27 में निर्माणाधीन कामर्शियल कॉम्प्लेक्स, रिटेल कॉम्प्लेक्स और आफिस कॉम्प्लेक्स के उपयोग की समीक्षा की और कहा कि इन कॉम्प्लेक्स में बची हुई अधोसंरचनाओं को लीज पर देने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। अकबर ने अटलनगर में रेलवे, जंगल सफारी तथा सेक्टर-17 और 18 में विभिन्न प्रकार की अधोसंरचना के विकास के लिए उपलब्ध कराई गई जमीन से संबंधित पूरी रिपोर्ट भी उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में अटलनगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीलम नामदेव एक्का सहित प्राधिकरण के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

औद्योगिक प्रदूषण बर्दाश्त नहीं:  अकबर
अकबर ने सबसे पहले पर्यावरण संरक्षण मंडल के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। मंडल के सदस्य सचिव सुनील मिश्रा ने मंडल के द्वारा किए जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। मंडल कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित अधिकारियों की बैठक में कहा कि पर्यावरण को बेहतर बनाने में पर्यावरण संरक्षण मंडल की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। मंडल के काम-काज का असर आम जनता को दिखना चाहिए। इसके लिए मंडल के अधिकारियों को काम करने के तौर-तरीकों में सुधार लाने की जरूरत है। निर्धारित मापदंडों से अधिक प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाईयों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाईयों को ऑनलाइन नोटिस देने की व्यवस्था की भी समीक्षा की। अकबर ने कुछ सीमेंट संयंत्रों द्वारा नोटिस का जवाब नहीं दिए जाने की जानकारी मिलने पर असंतोष व्यक्त किया तथा ऑनलाइन सिस्टम को और अधिक अपडेट करने के निर्देश दिए। अकबर ने छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के भिलाई में पदस्थ क्षेत्रीय अधिकारी द्वारा विभागीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही करने की जानकारी मिलने पर उन्हें स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। अकबर ने पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा नदियों के पानी की जांच की प्रक्रिया के बारे में भी बैठक में पूछताछ की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के प्रभारी मुख्य अभियंता आर.पी. तिवारी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता ए.एस. राठौर और जान लकड़ा सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।