Rajasthan News: राजस्थान में 2021 की सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। जहां एक ओर कुछ लोग परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, वहीं कई लोग इसका विरोध कर रहे हैं। पहले भी किरोड़ी लाल मीणा जैसे नेता इस परीक्षा की वैधता पर सवाल उठाते हुए इसे रद्द करने की मांग कर चुके हैं। लेकिन अब इस मांग के विरोध में आवाज़ें बुलंद हो रही हैं। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया ने भी भर्ती को निरस्त न करने की पुरजोर मांग की है।

अभिमन्यु पूनिया का बयान

अभिमन्यु पूनिया ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर कहा कि अगर यह भर्ती परीक्षा रद्द होती है, तो कई निर्दोष उम्मीदवार जो अपनी मेहनत के बल पर चयनित हुए हैं, नौकरी से वंचित हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि “हमारा संविधान कहता है कि भले ही 100 दोषी बरी हो जाएं, लेकिन एक निर्दोष को सजा नहीं मिलनी चाहिए।” पूनिया ने ज़ोर देकर कहा कि जो असामाजिक तत्वों ने पेपर लीक किया, उनकी वजह से निर्दोष युवाओं को सज़ा देना अनुचित होगा।

SOG की जांच में सिर्फ 5% दोषी

पूनिया ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की जांच में केवल 5% उम्मीदवार ही दोषी पाए गए हैं, जबकि 95% अभ्यर्थी पूरी तरह से अपनी मेहनत से चुने गए हैं। ऐसे में कुछ दोषियों की वजह से पूरी भर्ती प्रक्रिया को रद्द करना उन निर्दोष अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा। उन्होंने हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर का उदाहरण देते हुए कहा कि इन क्षेत्रों से चयनित कोई भी सब-इंस्पेक्टर एसओजी की जांच में दोषी नहीं पाया गया है, जो यह साबित करता है कि इस क्षेत्र में पेपर लीक का मामला नहीं हुआ है।

राजकुमार रोत का भी समर्थन

इससे पहले सांसद राजकुमार रोत ने भी भर्ती रद्द करने का विरोध किया था। उन्होंने सरकार से आग्रह किया था कि दोषियों को वेरिफाई करके हटाया जाए, लेकिन निर्दोष उम्मीदवारों को इसका खामियाजा नहीं भुगतना चाहिए। रोत ने कहा था कि सरकार को सभी पहलुओं पर ध्यान देकर सही फैसला लेना चाहिए, ताकि योग्य उम्मीदवारों के साथ न्याय हो सके।

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