सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। एक अनोखी और देसी तकनीक से दो मंजिला पक्का मकान को बिना तोड़े शिफ्ट किया जा रहा है. यह नजारा क्षेत्र के लोगों के लिए हैरान करने वाला है, क्योंकि 60-70 लाख रुपये की लागत से बने इस मकान को पीडब्ल्यूडी सड़क के चौड़ीकरण के कारण हटाना अनिवार्य हो गया है. मकान मालिक को जमीन खाली करने के लिए बार-बार नोटिस मिल रहा था, जिससे वह काफी परेशान था. इस बीच अब मकान मालिक घर तोड़े बिना सैंकड़ों जैक के सहारे सड़क से 60 फीट पीछे आसानी से शिफ्ट करवा रहा है. इसके लिए उसे 10 लाख खर्च करने पड़ रहे हैं.

दरअसल, पूरा मामला बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर पंचायत का है. जहां के लालमोहन पाण्डेय ने करीब 20 वर्ष पूर्व दो मंजिला पक्का मकान बनवाया था जिस मकान में अभी वह मेडिकल स्टोर संचालित करता है. मकान मालिक ने बताया कि इस मकान को जब से बनवाया है तब से वह परेशान चल रहा था. परेशानी इस बात की थी कि जब रामचंद्रपुर में आबादी बढ़ी तो क्षेत्र में सड़क का विस्तार हुआ, जहां पीडब्ल्यूडी सड़क का निर्माण हुआ और कुछ समय बाद सड़क का चौड़ीकरण किया गया. जिससे उसका मकान सड़क की जमीन में फस गया था. विभाग के द्वारा बार-बार जमीन खाली करने के लिए नोटिस दिया जा रहा था, जिससे वह काफी दिनों से परेशान था.

लाखों रुपये की कीमत से घर बनाकर लंबे समय से परेशान चल रहे मेडिकल स्टोर के संचालक लालमोहन पांण्डेय ने पटना के कारीगरों से संपर्क किया और एग्रीमेंट के तहत काम शुरू करवाया. फिर 50 मजदूरों ने करीब 350 से अधिक जैक लगाकर इस दो मंजिला मकान को करीब अभी तक 3 फीट ऊपर तक उठा दिया है और सावधानी पूर्वक चैन के माध्यम से मकान को धीरे-धीरे 50 फीट पीछे की ओर ले जाने की तैयारी में हैं. इस तकनीक से घर को दूसरे जगह शिफ्ट होता देख आसपास के क्षेत्र के लोगों को यकीन नहीं हो रहा है. जहां घर तोड़ने से मकान मालिक को लाखों का नुकसान होने वाला था, लेकिन अब तकनीक के माध्यम से घर को सही सलामत दूसरे जगह पर शिफ्ट करा रहा है.

पटना के कारीगरों को मकान को शिफ्ट करने में कम से कम 1 महीने का वक़्त लगेगा. इसके लिए बाकायदा सीसी रोड का निर्माण भी किया जा रहा है, जिसमे वह जैक वाले चक्के के सहारे मकान को शिफ्ट करेंगे.