रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश दिए हैं कि 26 जनवरी को प्रदेश की सभी ग्रामसभाएं सार्वजनिक गौठान और चारागाह की ज़मीन चिंहाकित करने के लिए प्रस्ताव लाए जाएं. इस मसले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम अधिकारियों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में पंचायत और कृषि विभाग के अधिकारी शिरकत करेंगे.
माना जा रहा है कि चरणबद्ध तरीके से सरकार के महात्वाकांक्षी योजना नरवा-गरुआ-घुरवा-बारी करने की शुरुआत की रुपरेखा इस बैठक में तय होगी. बैठक में अधिकारियों को इस योजना के संबंध में जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हॉर्टिकल्चर कांग्रेस के उद्धाटन पर ये घोषणा की है कि 26 जनवरी को सार्वजनिक गौठान और चारागाह की जगह आवंटन के लिए ग्रामसभा में प्रस्ताव रखा जाए.
इस योजना में प्रावधान है कि किसान गांव के गौठान में दिन भर अपनी गाय और दूसरे मवेशी बांधेंगे. जिससे फसलों के चरने की परंपरा खत्म हो. गौठान के गोबर से बायोगैस, गौमुत्र और वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाएगा. जबकि चारागाहों को अगले चरण में विकसित किया जाएगा.