रवि गोयल,जांजगीर चाँपा. जिले के राजीव गांधी शिक्षा मिशन को सप्लायर का पैसा न देना महंगा पड़ गया. जिला कार्यालय में आज न्यायालय के आदेश के बाद सामानों की जब्ती की गई है. बताया जा रहा है कि दिल्ली की स्नेह साहित्य सदन कंपनी ने वर्ष 2010 में सामानों की सप्लाई की थी जिसके बाद करीब साढ़े आठ लाख का भुगतान किया जाना था, मगर विभाग के अधिकारी फण्ड नहीं होने की बात कहते हुए टाल मटोल करने लगे.

सालों बाद भी जब विभाग द्वारा राशि का भुगतान नहीं किया गया तब सप्लायर कंपनी ने राजीव गांधी शिक्षा मिशन के खिलाफ दिल्ली के कोर्ट में याचिका दायर की. कोर्ट से विभाग को कई बार ब्याज सहित भुगतान करने के लिए नोटिस भी जारी किया गया मगर विभाग द्वारा राशि का भुगतान नहीं किया गया. अगस्त 2018 में दिल्ली न्यायालय ने जांजगीर न्यायालय को पत्र व्यवहार कर संबंधित विभाग पर कार्यवाही करते हुए सप्लायर को ब्याज सहित करीब 15 लाख रुपये दिलवाने के लिये पत्र प्रेषित किया था. जिसपर विभाग ने एक माह का समय मांगते हुए भुगतान करने का आश्वासन दिया था.

जिसपर व्यापारी भी मान गए थे मगर 5 माह बाद भी विभाग द्वारा सप्लायर कंपनी को राशि का भुगतान नही किया गया जिसपर न्यायालय ने कड़ा रुख अपनाते हुए राजीव गांधी शिक्षा मिशन जिला कार्यलय में कुड़की करने का आदेश जारी कर दिया. जिसपर कार्यालय में रखे कंप्यूटर प्रिंटर एयर कंडीशनर अलमारी फर्नीचर एवं पुरानी चार पहिया वाहन को कुड़की कर कमरे को सील कर दिया है. वही जिला मिशन समन्वयक संतोष कश्यप ने बताया कि दिल्ली के सप्लायर को बजट के अभाव में बिल का भुगतान नही हो पाया था राज्य शासन से बजट की मांग की गई थी बजट नही मिलने के कारण भुगतान नही हो पाया था. विभाग का कार्य न रुके इसके लिए उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन लेंगे.